कोलकाता : इस महीने एकाधिक बस संगठनों की ओर से लगातार 3 दिन बस हड़ताल का आह्वान किया गया है। डेढ़ दशक पुरानी बसों को स्क्रैप करने के विरोध में यह निर्णय संगठनों की ओर से लिया गया है। इस मांग पर परिवहन भवन अभियान का आह्वान बस संगठनों ने किया था और इसके बाद राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशिष चक्रवर्ती को ज्ञापन सौंपा गया। यहां उल्लेखनीय है कि शहर व उपनगरों में प्रदूषण कम करने के लिये एनजीटी की ओर से 15 साल से पुराने वाहनों को स्क्रैप करने पर जोर दिया गया है। इस साल जुलाई महीने तक कई बसों की उम्र 15 साल से अधिक हो जायेगी। ऐसे में काफी संख्या में निजी बसों व टैक्सियों को स्क्रैप करने के बाबत कोर्ट ने ऑर्डर दिया है। इसे रोकने के लिये ही परिवहन मालिक सड़क पर उतरें। बस संगठनों का दावा है कि कोविड के समय लगभग 2 वर्षों तक बसें बैठ गयी थीं। इस कारण 15 वर्ष की उम्र होने पर भी उनके वाहनों को स्क्रैप ना किया जाये और कम से कम 2 वर्ष की मियाद और बढ़ायी जाये। इसकी अपील बस संगठनों की ओर से की गयी है।
लगातार 72 घंटे हड़ताल की चेतावनी दी गई
इस विषय में परिवहन विभाग की ओर से कोई निर्णय नहीं लेने पर लगातार 72 घण्टे हड़ताल की चेतावनी सामूहिक परिवहन बचाओ कमेटी की ओर से दी गयी। बताया गया कि इस मार्च की 18, 19 और 20 तारीख को हड़ताल का आह्वान किया गया है जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ने की आशंका है। सामूहिक परिवहन बचाओ कमेटी में वेस्ट बंगाल बस एण्ड मिनी बस ओनर्स एसोसिएशन के महासचिव प्रदीप नारायण बोस ने कहा, ‘कोविड के समय लगातार 2 साल बसें नहीं चलीं। ऐसे में इस विषय पर चर्चा कर परिवहन विभाग की ओर से 15 साल से पुराने वाहनों की उम्र बढ़ायी जाये।’ इस मांग पर ही ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट, बंगाल बस सिंडिकेट, मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी, वेस्ट बंगाल बस मिनी बस ओनर्स एसोसिएशन व इंटर इंट्रा रीजन बस एसोसिएशन की ओर से हड़ताल का आह्वान किया गया है।