

मधु, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ने पूर्व मिदनापुर जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) से रिपोर्ट मांगी है। यह कदम विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की उस शिकायत के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि आठ बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) एक राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। अधिकारी के अलावा, कांग्रेस पार्टी ने भी इस मामले पर सीईओ को शिकायत सौंपी है। इसी तरह, उत्तर 24 परगना जिले से भी भाजपा नेता अर्जुन सिंह की शिकायत पर रिपोर्ट तलब की गई है।
शुभेंदु अधिकारी का आरोप
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपने एक्स पोस्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा था, ‘यह एक और उदाहरण है कि किस तरह तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता से समझौता कर रही है। पश्चिम मिदनापुर के 224 खड़गपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के कई बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) खुलेआम टीएमसी की पार्टी मीटिंग में शामिल हुए, जहां उनका परिचय स्वयं टीएमसी नेता ने कराया।’ अधिकारी ने सभी 8 बीएलओ के नामों का भी उल्लेख किया।
टीएमसी का जवाब
टीएमसी के जिला उपाध्यक्ष देबाशीष चौधरी ने कहा कि ‘इन बीएलओ को दुर्गापूजा के बाद एक सामुदायिक बैठक में आमंत्रित किया गया था, इसमें गलत क्या है?’
कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा सीईओ दफ्तर
कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को सीईओ कार्यालय पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में राज्य कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार, प्रसेनजीत बसु, प्रशांत दत्ता, आशुतोष चटर्जी, रोहन मित्रा और पूजा रॉय चौधरी शामिल थे। शुभंकर सरकार ने कहा, ‘कांग्रेस ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि पश्चिम बंगाल में SIR प्रक्रिया शुरू करने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए, अन्यथा बिहार की तरह खामियां दोहराई जाएंगी जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।’