हावड़ा में मतदाता सूची अपडेट के दौरान BLO को बाधा

कई जगहों पर लौटाया जा रहा है एजेंटों को
हावड़ा में मतदाता सूची अपडेट के दौरान BLO को बाधा
Published on

मेघा, सन्मार्ग संवाददाता

हावड़ा : पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग की पूर्व घोषणा के अनुसार गत मंगलवार से मतदाता गणना (एन्यूमरेशन) फॉर्म घर-घर जाकर वितरित करने का कार्य शुरू हो गया है। जिले-दर-जिले बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) मतदाताओं के घर पहुंच रहे हैं, जिनके साथ राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) भी हैं। इसी कार्य के दौरान हावड़ा के एक बीएलओ को बाधा का सामना करना पड़ा। यह घटना दक्षिण हावड़ा विधानसभा क्षेत्र के 46 नंबर वॉर्ड के 24 नंबर बूथ पर हुई। बागनान खालोर कविगुरु शिक्षा भवन की शिक्षिका अनुपमा दास, जो बीएलओ के रूप में फॉर्म वितरण कर रही थीं, कई घरों में सफल रही। लेकिन स्थानीय लोगों ने उनका चुनाव आयोग द्वारा जारी पहचान पत्र मांगा। अनुपमा ने बताया कि जिला कलेक्टर कार्यालय से अभी तक कोई आधिकारिक आईडी नहीं मिली है। उन्होंने व्हाट्सएप पर भेजे गए चुनाव आयोग के पत्र और दस्तावेज दिखाए, लेकिन स्थानीय लोगों ने इसे स्वीकार नहीं किया। इससे कार्य बाधित हो गया। एक अन्य घटना में, हावड़ा के बाली क्षेत्र में फॉर्म वितरण के दौरान सीपीआईएम के बीएलए के साथ मारपीट का आरोप टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगा। बाली 13 नंबर बूथ पर सीपीआईएम बीएलए तोतन घोष ने बताया कि बीएलओ बंधन चौधरी के साथ घर-घर जाते समय टीएमसी के सुदीप गंगोपाध्याय और उनके साथियों ने गाली-गलौज की, धक्का-मुक्की और थप्पड़ मारे। सुदीप ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि घोष हिंदू-मुस्लिम तनाव भड़काने की कोशिश कर रहे थे, इसलिए रोका गया। सीपीआईएम ने इस संबंध में बाली थाने में शिकायत दर्ज करायी है। जिला समिति सदस्य शंकर मैत्र ने इसे टीएमसी का आतंक बताया। वहीं हावड़ा के उदयनारायणपुर में बीजेपी के बीएलए को तृणमूल के डर से लौटना पड़ा। मनसी, देवीपुर, पाँचरूल, बिबिचंद्रपुर पंचायतों में भी ऐसी शिकायतें मिली हैं। हालाँकि कुड़चिशिवपुर, हराली, आरडीए में बीजेपी बीएलए ने काम जारी रखा। बीएलओ घर-घर जाकर एनुमरेशन फॉर्म बाँट रहे हैं। तृणमूल ने बूथों पर 'वोट रक्षा अधिकार शिविर' खोले, जहाँ वोटर लिस्ट चेक की जा रही है। विपक्ष भी सक्रिय है, लेकिन शासक दल के बीएलए की मौजूदगी ज्यादा है। बीएलओ के साथ विभिन्न दलों के बीएलए घूम रहे हैं, पर विपक्ष का आरोप है कि कई जगह उन्हें धमकाया गया।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in