Biporjoy Cyclone : बिपरजॉय तूफान ने बजाई खतरे की घंटी, रेड अलर्ट जारी

Biporjoy Cyclone : बिपरजॉय तूफान ने बजाई खतरे की घंटी, रेड अलर्ट जारी
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नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने भारत के पश्चिमी तट पर अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मुंबई से लेकर केरल तक तट पर तेज हवाएं चल रही हैं। समुद्र के बीच से ऊंची लहरें उठकर किनारे से टकरा रही हैं, जिसको लेकर तटीय इलाकों में तैयारी तेज कर दी गई है। इन इलाकों में NDRF और SDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं।  लैंडफॉल होने के बाद चक्रवात का असर सौराष्ट्र, कच्छ में 13,14 और 15 जून तक रहेगा। उत्तरी गुजरात में 15 और 16 जून को इसका असर रहेगा। वहीं पीएम मोदी ने बिपरजॉय तूफान से संबंधित हालात की समीक्षा के लिए सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग की।

बढ़ता जा रहा खतरा
अरब सागर में चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, खतरा भी बढ़ता ही जा रहा है। तूफान से सबसे ज्यादा खतरा गुजरात पर मंडरा रहा है क्योंकि बिपरजॉय की उत्तरी गुजरात के तटीय इलाकों से टकराएगा। हालांकि अभी तूफान के टकराने में 72 घंटे का वक्त है, लेकिन तूफान से पहले के हालात बड़े खतरे का इशारा कर रहे हैं, हालांकि हिंदुस्तान ने पिछले कुछ सालों में आए महातूफान को जिस तरह से हराया है, उसी तरह से बिपरजॉय को भी हराने की तैयारियां हैं।

मौसम विभाग ने कही ये बात

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, चक्रवात बिपरजॉय धीरे-धीरे 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की दिशा में आगे बढ़ रहा है और 14 जून के बाद इसकी दिशा बदलेगी। 15 जून की दोपहर तक 125-135 किमी/घंटा की रफ्तार से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के तट से टकराएगा। 14-15 जून को सौराष्ट्र, कच्छ में तेज बारिश होगी।

गुजरात के वलसाड में बिपरजॉय तूफान की आहट सुनाई देने लगी है। समंदर की लहरें किनारे से टकरा रही हैं। ये लहरें भले ही अभी सामान्य नजर आ रही हैं, लेकिन अगले 2 से 3 दिन यही लहरें विकराल रूप ले सकती हैं। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को मौसम विभाग ने बेहद खतरनाक श्रेणी का तूफान करार दिया है। बिपरजॉय अभी समुद्र तट से दूर है, लेकिन समंदर किनारे इस तूफान का असर नजर आने लगा है।

फिलहाल बिपरजॉय तूफान गुजरात के पोरबंदर से 320 किलोमीटर दूर है और गुजरात के द्वारका से इसकी दूरी अभी 360 किलोमीटर है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 9 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। ये जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, इसका रूप खतरनाक होता जा रहा है और समुद्री किनारे पर इसका असर भी दिख रहा है।

मुंबई में भी दिख रहा असर

बिपरजॉय मुंबई से करीब 500 किलोमीटर दूर से गुजर रहा है,फिर भी मुंबई में इसका असर दिख रहा है। मुंबई के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं…समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर्यटकों से गुलजार रहता है। वहां 5 से 6 फीट ऊंची लहरें तट से टकरा रही हैं, तूफान के डर से सैलानियों को समंदर के किनारे जाने से रोक दिया गया है। लोगों को समंदर से दूर रहने के लिए कहा जा रहा है फिर भी लोग जान जोखिम में डालकर समंदर के किनारे पहुंचे हैं। मुंबई के मरीन ड्राइव पर भी लोगों की भीड़ कम है। समंदर में हलचल बढ़ी तो एहतियान लोगों को समंदर से दूर रहने को कहा गया।

मुंबई में तूफान के कारण रविवार और सोमवार की सुबह भी बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे तक मुंबई और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में बारिश होगी। बिपरजॉय भले ही मुंबई में बारिश के लिए जिम्मेदार है लेकिन बिपरजॉय से खतरा गुजरात को है।

कराची से भी टकराएगा तूफान

ये तूफान पाकिस्तान के कराची से भी टकराएगा। मतलब भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए ये तूफान बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। मौसम विभाग की मानें तो 15 जून को ये तूफान भारत-पाकिस्तान के समुद्र तट से टकराएगा। वहीं राजस्थान के जयपुर में आंधी-बारिश के साथ उमस बढ़ गई है। आज भी आंधी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 16-17 जून को बिपरजॉय तूफान का असर दिखाई देगा। प्रदेश के जोधपुर, उदयपुर संभाग समेत अधिकांश जिलों में आंधी बारिश की चेतानी जारी की गई है।

बिपरजॉय की रफ्तार डरावनी भले ही हो मगर चुनौती वाले इन हालात में सबको सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि इसका डटकर सामना किया जाए और नुकसान को जितना हो सके उतना टाला जाए।

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