

एनजीटी में दाखिल की रिपोर्ट बेंच ने सुओमोटो दायर किया है मामला
जितेंद्र, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : बेलगछिया भगाड़ (बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड) के बाबत राज्य सरकार ने एक विस्तृत कार्य योजना बनायी है। इस बाबत एनजीटी में एफिडेविट के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल की गई है। इस बाबत एनजीटी ने सुओमोटो मामला दायर किया है। इस्टर्न जोन के बेंच ने मामले की सुनवायी के बाद राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया था।
पर्यावरणविद सुभाष दत्त ने सुओमोटो मामला दायर करने की अपील की थी। इस बाबत विशेषज्ञों की रिपोर्ट के मुताबिक डंपिंग ग्राउंड की पूरी क्षमता का इस्तेमाल किया जा चुका है। यह अब और अधिक कूड़े का बोझ वहन करने की स्थिति में नहीं है। इसके मद्देनजर एनजीटी ने राज्य सरकार को आदेश दिया था कि वह एक विस्तृत व ठोस रोडमैप दाखिल करे। इसमें समयसीमा, बजट और जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया का स्पष्ट खुलासा होना चाहिए। राज्य सरकार की तरफ से इस बाबत दाखिल की गई रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए 96 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया है। इसमें दो चरणों में बायोमाइनिंग का काम किया जाएगा। इस योजना का कार्य 2027 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। केएमडीए इस योजना के लिए काम कर रहा है। इसमें दस लाख मेट्रिक टन कूड़े की प्रोसेसिंग की जाएगी। यानी प्रतिदिन दो हजार टन कूड़े की प्रोसेसिंग की जाएगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने सौ करोड़ की लागत वाली एक और योजना बनायी है। यह पूरी तरह हावड़ा नगरनिगम के कूडे़ की प्रोसेसिंग के लिए है। इसके लिए बायगाची में 16 एकड़ का एक प्लाट लिया गया है। यह भी 2027 के दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। यहां गौरतलब है कि बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड में कूड़े की ओवरलोडिंग के कारण क्षेत्र के लोग बेहद परेशान हैं। बरसात में तो दिक्कत और भी बढ़ जाती है।