Astrology 2024 : कैसा रहेगा साल 2024 ? पढ़ें संपूर्ण भविष्यफल 2024 | Sanmarg

Astrology 2024 : कैसा रहेगा साल 2024 ? पढ़ें संपूर्ण भविष्यफल 2024

डॉ. मंगल त्रिपाठी
वार्षिक भविष्य दर्शन 2024
डा. मंगल त्रिपाठी
फोन 9830089794
प्रधान ग्रहों का संचरण- सौर मंडल में सबसे बड़े आकार के ग्रह बृहस्पति इस वर्ष 1 मई 2024 को मेष से वृष राशि में प्रवेश करेंगे एवं 9 अक्टूबर 2024 से वक्री होकर पूरे वर्ष इसी राशि में संचरण करेंगे। शनि वर्ष भर कुम्भ राशि में संचरण करेंगे एवं इसी राशि में 29 जून 2024 को वक्री होकर 15 नवम्बर 2024 से मार्गी हो जायेंगे। तीसरे- चौथे प्रधान ग्रहों में राहु, वर्ष भर मीन में एवं केतु कन्या में संचरण करेंगे। मंगल 5 फरवरी को धनु से मकर में, 15 मार्च को मकर से कुम्भ में, 23 अप्रैल कुम्भ से मीन में, 1 जून को मीन से मेष में, 12 जुलाई को मेष से वृष में, 26 अगस्त को वृष से मिथुन में, 20 अक्टूबर को मिथुन से कर्क में संचरण करेंगे। सूर्य, बुध, शुक्र और चन्द्रमा शीघ्रगामी ग्रह हैं, अत: इनका वर्णन नहीं किया जा रहा है।
प्रमुख व्रत त्योहार- 15 जनवरी को मकर संक्रांति

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस

14 फरवरी को बसंत पंचमी

24 फरवरी को रविदास जयन्ती

8 मार्च को महाशिवरात्रि

12 मार्च से रमजान (रोजा शुरू)

24 मार्च को होलिका दहन

25 मार्च को होली, दोलयात्रा

5 अप्रैल को वसन्त नवरात्रारम्भ, नव संवत्सर 2081 प्रारम्भ

11 अप्रैल को ईदुल फितर (रमजान ईद)

17 अप्रैल को श्री रामनवमी

21 अप्रैल को महावीर जयन्ती

23 मई को बुद्ध पूर्णिमा

7 जुलाई को रथयात्रा

15 अगस्त को भारतीय स्वतंत्रता दिवस

19 अगस्त को रक्षाबंधन

26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत

17 सितम्बर को विश्वकर्मा पूजा

2 अक्टूबर को गांधी जयन्ती

12 अक्टूबर को विजयादशमी (दशहरा)

31 अक्टूबर को दीपावली

7 नवम्बर को सूर्यषष्ठी व्रत (डाला छठ)

15 नवम्बर को गुरुनानक जयन्ती

25 दिसम्बर को क्रिसमस डे

प्रमुख एकादशी- निर्जला एकादशी 18 जून को

हरिशयनी एकादशी 17 जुलाई को

प्रबोधिनी एकादशी 12 नवम्बर को

मोक्षदा एकादशी 11 दिसम्बर को

ग्रहण- इस वर्ष सन् 2024 में कुल तीन ग्रहण लग रहे हैं, जिनमें दो सूर्य ग्रहण और एक खण्डग्रास चन्द्रग्रहण होगा, लेकिन ये तीनों ग्रहण भारत में दृश्य नहीं हैं, इसलिए उनका उल्लेख नहीं किया जा रहा है।

मेष

इस राशि के जातक-जातिका आर्थिक विषयों में सावधानी बरतते रहें तो नाना समस्याओं का सामना करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। अचानक खर्च को संभालें तो अर्थ संचय की बाधाओं को पार कर सकते हैं। कर्मक्षेत्र की गति को अनुमान और किसी के परामर्श पर न समझें तो होनेवाले परिवर्तन को संभाल सकते हैं। कोई भी पूंजी-निवेश मई महीने तक न करें तो बड़ी हानि से बच सकते हैं। पारिवारिक रिश्तों में यदि तनाव चल रहा हो तो संयम से काम लें और जहां तक हो सके धैर्य और उचित व्यवहार रखें। वर्ष के उत्तरार्द्ध में संतान संबंधी चिंता हो सकती है और सामान्य वाद-विवाद से अन्य मधुर संबंध तनाव में आ सकते हैं। जून महीने से आर्थिक सुविधा बढ़ सकती है और संचय भी बाधा रहित हो सकता है। स्वास्थ्य पर ध्यान रखना अनिवार्य होगा। खान-पान और दूसरी दिनचर्या पर विशेष ध्यान देना उचित होगा। नौकरी पेशा के लोग लाभवान हो सकते हैं। वर्ष के प्रथमार्द्ध में विद्यार्थी परीक्षा-प्रतियोगिता में सफलता की आशा कर सकते हैं। रचनाधर्मी या लेखन संबंधी कार्यों में यश प्राप्त होना संभव है। महिलाएं जहां तक हो सके आर्थिक संयम से काम लें और पारिवारिक बातों पर अधिक ध्यान दें। कामकाजी महिलाएं सितंबर-अक्टूबर में प्रोन्नति या मनचाहा बदलाव का सुख पा सकती हैं। व्यापारी और उद्योगपति संघर्षपूर्ण स्थिति का सामना कर सकते हैं और किसी भी बदलाव को जरूरी हो तो करें अन्यथा जैसा चल रहा है वैसा ही चलने दें। शेयर बाजार में लगे लोग अपनी इच्छा को नियंत्रित रखें तो किसी बड़ी हानि से बच सकते हैं। श्रमिक समुदाय सामान्य स्थिति में ही रह सकते हैं। राजनीति में लगे लोग मनोनुकूल फल पाने में बाधा का अनुभव कर सकते हैं और उन्हें अपनी लोकप्रियता काे बचाये रखने के लिए निरंतर प्रयास करना होगा। यदि वे चुनावी राजनीति में सक्रिय हों तो उन्हें विशेष खर्च का सामना करना पड़ सकता है और आवश्यक धन की कमी का अनुभव कर सकते हैं। अन्य सभी लोगों का प्रयास होना चाहिए कि सहयोगी और उच्चाधिकारी उनसे प्रसन्न रहें। यदि सावधानी का साथ न छोड़ें तो कुछ ऐसी अनुकूल स्थिति भी बन सकती है जिससे चौतरफा उन्नति संभव होगी। मेष लग्न के लिए वर्ष लाभप्रद रहेगा। यदि श्री हनुमान चालीसा का नित्य पांच पाठ करें तो उन्नति का मार्ग प्रशस्त बना रहेगा। शुभ रंग लाल, शुभ दिशा दक्षिण-पूर्व और शुभांक 1, 4, व 8।

 

वृष

 

इस राशि के जातक-जातिका विशेष आनंददायक स्थिति का अनुभव कर सकेंगे, किन्तु वर्ष के उत्तरार्द्ध तक अच्छी आय के बावजूद अर्थ का कोई ऐसा अवसर खो दे सकते हैं जिसकी वे वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे होंगे। अत: आर्थिक संचय को बचाये रखना आवश्यक होगा। यदि कोई नया पूंजी निवेश करना हो या नये काम का प्रारंभ करना है तो अभी से मार्च तक कर सकते हैं। मांगलिक कार्य भी जून तक सम्पन्न करने की चेष्टा करें। अविवाहित कुमार-कुमारी विवाहित होने की आशा कर सकते हैं। बहुत दिनों से रुका हुआ धन मार्च-अप्रैल तक प्राप्त होने की संभावना है। शिक्षा-दीक्षा में भी जून से जुलाई तक अधिक खर्च की स्थिति बना सकती है। यात्राओं पर खर्च हो सकता है जिनमें तीर्थाटन भी सम्मिलित रहेगा। कर्मक्षेत्र में अच्छी प्रगति रहेगी, किन्तु उचित मार्ग से ही लाभ की ओर ध्यान देना उचित होगा। उच्चाधिकारी पद पर काम करने वाले नया दायित्व पा सकते हैं और उनकी पदोन्नति हो सकती है। महिलाएं प्रसन्न रहेंगी और उपहार आदि पा सकती हैं। कामकाजी महिलाएं उन्नति की ओर आगे बढ़ेंगी। स्वास्थ्य अच्छा बनाये रखना कर्मक्षेत्र के लिए अनिवार्य होगा जिससे मन-मस्तिष्क में एकाग्रता का अभाव न हो सके। वर्ष के आखिरी सात महीने सभी तरह के उत्थान के होंगे। आर्थिक दृष्टि से भी जून-जुलाई महीने सारे घाटे पूरा करने के होंगे, क्योंकि गोचर से कई योगों का निर्माण होगा। इनका समय छोटा हो सकता है। राजनीति और सार्वजनिक क्षेत्र के लोग अपना लक्ष्य सहज रूप से पा सकते हैं। रुग्ण व्यक्ति स्वास्थ्य लाभ तेजी से कर सकेंगे। शिक्षा से जुड़े लोग अच्छे अवसर पा सकेंगे। कर्मक्षेत्र में भी अवसरों की कमी नहीं रहेगी। यदि वाहन या मकान खरीदना हो तो यह समय अच्छा रहेगा। शारीरिक श्रम से जुड़े लोग उन्नति की ओर रहेंगे। पारिवारिक अशांति की समाप्ति हो सकती है और अच्छे लोग भी जुड़ सकते हैं जिनका सहयोग महत्वपूर्ण होगा। दाम्पत्य का कलह प्राय: शांत होगा। इस समय विद्यार्थी परीक्षा-प्रतियोगिता में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। व्यवसाय-वाणिज्य में लगे लोग अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यदि नया काम करना चाहें तो अर्थ की सुविधा हो सकेगी। इस वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण महीना सितंबर और नवंबर हो सकता है। विवादों से बचते रहने और उच्चाधिकारियों से अच्छे संबंध बनाये रखने में सुविधा होगी। अपने अच्छे विचार सहायक रहेंगे। वयोवृद्ध लोगों के प्रति श्रद्धा और उनका परामर्श लाभदायक होगा। यदि प्रत्येक शनिवार और गुरुवार को जरूरतमंदों के लिए कुछ करते रहा जाय तो कई समस्याओं का समाधान सहज में ही हो सकता है। वृष लग्न के लिए वर्ष प्रगतिकारक होगा। नित्य दुर्गा-चालीसा का पाठ करना लाभदायक हो सकता है। पश्चिम और दक्षिण दिशाएं शुभ होंगी। शुभ रंग आसमानी नीला और शुभांक 3, 7 और 9।

 

 

मिथुन

 

इस राशि के जातक-जातिका वर्ष के पहले पांच महीने अर्थात् जनवरी से मई तक अपने रुके हुए काम को पूरा करने के प्रयास करें।​ किसी भी आर्थिक मामले को किसी भी कारण से टालना अच्छा नहीं होगा क्योंकि इसके बाद के महीने कोई न कोई ऐसी परिस्थिति पैदा करते रहेंगे जिससे अर्थ हानि संभव हो सकती है। इन पांच महीनों की अवधि में जो कुछ करना हो उसके लिए सुनियोजित कार्यक्रम और अथक परिश्रम ऊंचाई को छूने में सहायता करेंगे। विद्यार्थी थोड़े परिश्रम से भी अच्छे फल प्राप्त पा सकते हैं किन्तु भविष्य को सफल बनाने के लिए ये पांच महीने नींव की ईंट सिद्ध होंगे। बुद्धिजीवी भी अच्छा परिणाम पा सकते हैं। दाम्पत्य जीवन को सुचारु रूप से चलाने के लिए जीवनसाथी से पूरा सहयोग मिल सकेगा। नौकरी-पेशा में लगे लोग भी लाभान्वित होंगे और यदि कोई समस्या चल रही होगी तो उसका समाधान भी सहज रूप से हो सकेगा। उद्योग-व्यवसाय में लगे लोग अपने सही निर्णय से सफलता प्राप्त कर सकेंगे किन्तु विपरीत मार्ग पर चलने से हानि का सामना भी हो सकता है। जितनी अधिक आध्यात्मिक श्रद्धा होगी उतनी ही अधिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त होगा। स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए संयमित दिनचर्या आवश्यक होगी ताकि उदर कष्ट से बचते रहें। किसी गंभीर रोग से राहत मिल सकती है। संतान की प्रगति अतिरिक्त प्रसन्नता देती रहेगी। उच्चाधिकारी भी प्रसन्न रहेंगे और सहयोगी तथा मित्र सर्वथा अनुकूल रहेंगे। बेकारी से मुक्ति मिल सकती है। वर्ष के शेष महीने अर्थात् जून से वर्ष अंत तक प्राय: स्थिति अचानक मोड़ ले सकती है और विशेष रूप से संभलते रहने की आवश्यकता होगी। आर्थिक कठिनाई बढ़ सकती है। खर्च में वृद्धि होगी किन्तु कुछ न कुछ सार्थक खर्च सम्मानप्रद होगा। मंगल कार्य संपन्न हो सकता है। शिक्षा-दीक्षा पर खर्च बढ़ेगा और पारिवारिक खर्च भी बढ़ सकता है। व्यवसाय-वाणिज्य में थोड़ी भी असावधानी समस्या पैदा कर सकती है। नियमित लाभ भी प्रभावित हो सकता है। श्रद्धेय और वृद्ध लोगों से यदि मतभेद हो तो उसे दूर करना ही अच्छा रहेगा। महिलाएं यदि कामकाजी हों तो उन्हें भी वस्तुस्थिति को परखना होगा। अनावश्यक रूप से कल्पना के आधार पर कोई कार्यक्रम न बनाना अच्छा रहेगा। सामान्य रूप से जो काम आ जाय, उसे किया जाना चाहिए और अभी नया काम आरंभ न करना ही ठीक रहेगा। अच्छे परिणाम के लिए शनिवार को काला तिल और गुरुवार को पीले केले का दान लाभदायक रहेगा। मिथुन लग्न के लिए वर्ष आर्थिक उन्नति का होगा। शुभ दिशा उत्तर, शुभ रंग हरा और नीला व शुभांक 4, 6 और 8। गणेश जी की नियमित पूजा या उनके द्वादश नामों का नित्य पाठ बाधाओं से बचाता रहेगा।

 

 

 

कर्क

 

इस रा​शि के जातक-जातिका वर्ष भर मिले-जुले परिणाम पाते रहेंगे, जैसे कभी धूप तो कभी छांव जैसी स्थिति बनी रहेगी, किन्तु एक कुशल नाविक की तरह हवा की अनुकूलता को देखकर पाल बांधना अनेक समस्याओं से रक्षा कर सकता है जिसमें स्वास्थ्य और पारिवारिक मत विरोध अधिक ध्यान देने योग्य होगा। दाम्पत्य जीवन अच्छी प्रकार चले; इसका प्रयत्न करते रहना होगा। आर्थिक कमी न होने पर भी मन में संतोष का अभाव रहेगा जिससे यदि बचा जाय तो सुख की वृद्धि होगी। नौकरी पेशा के लोग भी सतर्कतापूर्वक अपने कर्मस्थान में व्यवहार करें तो समस्या से बच सकते हैं। इस साल जून के बाद से ही अचानक आर्थिक क्षेत्र में अनुकूल परिवर्तन होगा और प्रत्येक आर्थिक वादे को पूरा कर सकेंगे। रुका हुआ धन भी प्राप्त होगा और स्वास्थ्य की कोई समस्या हो तो दूर होना आरंभ हो सकती है। जुलाई- अगस्त में आपका संपर्क अच्छे और प्रभावशाली लोगों से होगा और कर्मक्षेत्र में भी अनुकूलता होने से लाभवान होते रहेंगे। व्यापार क्षेत्र में लगे लोग लाभवान होंगे और उद्योगी भी अपना विस्तार कर सकेंगे, यदि उचित समय पर उचित निर्णय लेते रहें। विद्यार्थियों के लिए अक्टूबर-नवंबर के महीने अधिक अनुकूल रहेंगे। महिलाएं अपनी कोई दीर्घ प्रतीक्षित आशा को पूरा कर सकेंगी। संतान के लिए प्रयास करने वाली आशा भी पूरी होती दीख पड़ेगी। पारिवारिक विवादों का प्राय: अनुकूल निष्कर्ष निकल सकता है, फिर भी कानूनी बातों में कुछ न कुछ परेशानी बढ़ सकती है जिससे सावधान रहना उचित होगा। बुद्धिजीवी सुविधा पा सकेंगे और कोई न कोई ऐसी रचना कर सकते हैं जिससे उनका यश बढ़ेगा। राजनीति में रहने वाले लोगों को जनसेवा में लगे रहने पर ही सफलता मिलेगी। प्रशासनिक सेवा में लगे लोग सावधानी रखते हुए ही अपने दायित्व का पालन करें तो इच्छित परिवर्तन पा सकते हैं अन्यथा कुछ परेशानियां बढ़ सकती हैं। उनके लिए जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण हो सकते हैं। इस अवधि में प्राय: कामकाजी लोगों की व्यस्तता बढ़ सकती है और किसी – किसी को अतिरिक्त दायित्व का पालन भी करना पड़ सकता है। कुछ लोग आपकी बदनामी कर सकते हैं; अत: वार्तालाप में सावधानी बरतना उचित होगा और सबसे मधुर संबंध बनाये रखने की चेष्टा करते रहना होगा। कर्क लग्न के लिए इस वर्ष में अनुकूलता अधिक रहेगी। अच्छे परिणाम के लिए भगवान शिव को प्रत्येक सोमवार को मधुमिश्रित दूध और शुद्ध जल से अभिषेक करते हुए 108 बार शिवमंत्र का जप करें। शुभ दिशा उत्तर, शुभ रंग हल्का गुलाबी और शुभांक 3, 6 और 9।

 

 

सिंह

इस राशि के जातक-जातिका थोड़ी- बहुत रुकावटों के साथ ही अच्छे परिणाम से प्रसन्नता अनुभव करेंगे। तनाव की स्थिति कम होगी और कर्मक्षेत्र में अनुकूलता अधिक रहेगी। फिर भी अतिविश्वसनीय व्यक्ति से ठीक समय पर निराशा मिल सकती है अत: अपनी क्षमता पर विश्वास रखते हुए अपनी शक्ति के संकेत पर ही योजना बनाना उचित होगा और सबसे महत्वपूर्ण परामर्श जीवनसाथी से ही मिल सकता है। महिलाएं परिवार को सुव्यवस्थित बनाने में सफल रहेंगी। कामकाजी महिलाएं इच्छानुसार स्थान या पद परिवर्तन पा सकेंगी। विद्यार्थी कभी-कभी चिंताकारक स्थिति का सामना कर सकते हैं किन्तु अपने आत्मविश्वास और परिश्रम से अंतत: सफलता प्राप्त करेंगे। व्यापारी, उद्यमी और मध्यम वर्ग के लोग निराश या हतोत्साहित न होकर स्थिति से यदि समझौता करते हुए चलें तो उनका काम बनता रहेगा। आर्थिक दृष्टि से भी वर्ष अच्छा रहेगा। रुका हुआ काम धीरे-धीरे पूरा हो सकेगा और बकाया रकम का भुगतान पाते रहने से गतिहीनता की अवस्था से बचते रहेंगे और प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ते रहेंगे, फिर भी शीघ्रता से निर्णय न लिया जाय तो समस्याओं से बचते रहेंगे। परिवार में मांगलिक या धार्मिक कार्य हो सकता है। वर्ष का प्रथमार्द्ध यशमान वृद्धि करता रहेगा और पारिवारिक सुख भी मिलेगा, किन्तु स्वास्थ्य पर दृष्टि रखना आवश्यक होगा। यदि आप स्नायु या पेट के रोगी हैं तो विशेष सावधानी रखना उचित होगा। फरवरी और मार्च सफलतादायक हो सकते हैं। बुद्धिजीवी अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संघर्ष से न घबरायें। वर्ष का उत्तरार्द्ध सुखद बना रहेगा। जिनका काम नहीं बन रहा हो या परेशानी बढ़ रही हो वे लोग अगस्त-सितम्बर में प्रयास करें, सफलता मिलेगी। इस राशि वालों को वर्ष भर शनिकृत शश राजयोग चलेगा। अत: आलस्य का त्याग करते रहेंगे तो कई चमत्कारी परिणाम मिल सकते हैं। अविवाहित विवाहसूत्र में बंध सकते हैं। राजनीति से जुड़े हुए लोग अच्छी प्रगति कर सकेंगे। श्रमिक भी सरकारी लाभ पा सकेंगे। यदि जमीन या मकान खरीदना चाहें तो इसके लिए अक्टूबर- नवंबर अच्छे महीने हो सकते हैं। सट्टेबाजी पर निर्भर रहने वाले लोग अपना रास्ता बदलकर आकस्मिक लाभ को त्याग दें या सीमित रहें तो उनका कल्याण होगा। पारिवारिक तनाव से बचते रहें और वृद्ध तथा साधु-संतों की सेवा निरंतर प्रगति में सहायक होगी। सिंह लग्न के लिए वर्ष उत्साहप्रद होगा। अच्छे परिणाम के लिए प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी का दर्शन करें और ग्यारह बार श्रीहनुमान चालीसा का पाठ भी करें। शुभ दिशा पूर्व, शुभ रंग गैरिक और शुभांक 5, 7 और 9।

 

 

कन्या

 

इस राशि के जातक-जातिका इस वर्ष सभी प्रकार के सुखों का अनुभव करेंगे। पिछली समस्याओं का समाधान होगा और बहुत कुछ नया अनुभव भी प्राप्त होगा जिसके लिए स्वयं को तैयार करते रहना होगा। जहां तक आर्थिक स्थिति का संबंध है, प्रत्येक प्रश्न का समाधान मिल सकता है। नयी योजना बनाना आसान होगा जिसके लिए आवश्यक धन की व्यवस्था भी आसान होगी, किन्तु सही आकलन के लिए स्पष्ट बुद्धि और अच्छे परामर्श की भी आवश्यकता पग-पग पर आवश्यक होगी। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा यदि तनाव से मुक्त रह कर दिनचर्या को संयमित रखा जाय। मान- सम्मान में वृद्धि हो सकती है। कुछ बड़े खर्च हो सकते हैं जिनमें मांगलिक कार्य और विदेशयात्रा भी करना संभव है। कर्मक्षेत्र का विस्तार भी किया जा सकता है। सहयोगी साथ देते रहेंगे। विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्वयं को तैयार कर सकेंगे और सफलता की आशा कर सकेंगे। व्यापार से जुड़े लोग अपनी सोच में सकारात्मक परिवर्तन करते हुए नएपन को भी अपने गतिविधि में स्थान दें तो अच्छी प्रगति की आशा कर सकते हैं और अपनी आर्थिक अवस्था को सुदृढ़ कर सकेंगे। उद्योग और निर्माण कार्य में लोगों के सामने एक नया भविष्य दिखायी दे सकता है जिसके लिए फरवरी, जुलाई और अगस्त के महीने अनुकूल रह सकते हैं। श्रमिक समुदाय भी अतिरिक्त सुविधा पा सकेगा। कृषकों को प्राकृतिक परिवर्तन का सामना करना पड़ सकता है। अत: उन्हें परिस्थिति को समझते रहना उचित होगा। कामकाजी महिलाएं कर्मक्षेत्र में सामान्य रूप से लगी रहेंगी और अपने परिवार को सुव्यवस्थित रखने में सफल रहेंगी। राजनीति के क्षेत्र में काम करने वाले सतर्कता से व्यवहार करें तो अच्छा अवसर पा सकते हैं किन्तु थोड़ी भी चूक समस्या पैदा कर सकती है और आया हुआ मौका फिसल सकता है। प्रशासनिक क्षेत्र में लगे लोग कुछ न कुछ कठिनाई का सामना कर सकते हैं और प्रोन्नति या मनचाही स्थिति कुछ समय के लिए रुक सकती है। इन्हें अप्रैल और नवंबर में सावधानी बरतना चाहिए। सामाजिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में लगे लोग अच्छी प्रतिष्ठा पा सकते हैं और उन्हें सम्माानित भी किया जा सकता है। जहां तक दाम्पत्य जीवन का संबंध है व्यर्थ के विवाद से बचना उचित होगा। प्रेम संबंधी बातों में भी सावधानी रखना उचित होगा। वैधानिक बातों का आकलन करते हुए ही आर्थिक व्यवहार करना उचित होगा अन्यथा नयी समस्या पैदा हो सकती है। अनुभवी लोगों का परामर्श सफलता में सहायक होता रहेगा। अत: कभी-कभी इसकी आवश्यकता नहीं होने पर भी ऐसे लोगों से मिलते रहना लाभदायक हो सकता है। मार्च, मई, सितंबर और दिसंबर कुछ समस्या दे सकते हैं। कन्या लग्न के लिए वर्ष सुखदायी रहेगा। अच्छे परिणाम की वृद्धि हो सके, इसके लिए नित्य हनुमानाष्टक या संकटमोचन का पाठ करना चाहिए। शुभ दिशा पश्चिम-उत्तर, शुभ रंग हरा और शुभांक 2, 7 और 9।

 

 

तुला

 

इस राशि के जातक-जातिका यद्यपि वर्षारंभ में छोटी-छोटी सामान्य रूप से पैदा होने वाली समस्याओं में व्यस्त हो सकते हैं किन्तु त्रस्त होने की आवश्यकता शायद ही पड़े क्योंकि पिछले वर्ष की लापरवाही इनका कारण हो सकती है। वर्ष का उत्तरार्द्ध अत्यधिक अनुकूल रहेगा जिससे उन्नतिकारक स्थिति बार-बार आती रहेगी। आर्थिक दृष्टि से खर्च की अधिकता रह सकती है जिससे कभी – कभी चिंता हो सकती है। इससे बचने के लिए आर्थिक और मानसिक संतुलन की आवश्यकता होगी। भूमि या मकान संबंधी किसी पुरानी समस्या का समाधान संभव होगा और यदि यह कोर्ट-कचहरी तक गया हो तो अच्छा होगा आपसी वार्तालाप से इसे सुलझा लिया जाय। यद्यपि वर्ष का पूर्वार्द्ध प्राय: अनुकूल वातावरण बनाता रहेगा, इसलिए अप्रैल-मई तक अपने समय का कर्मक्षेत्र में सदुपयोग करना होगा। जून से सितंबर तक स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी रखना उचित होगा। यदि यकृत या मूत्र संबंधी कोई समस्या पहले से चल रही होगी तो इसमें लापरवाही उचित नहीं होगी। अविवाहित लोगों के लिए फरवरी और अप्रैल अच्छे महीने होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में लगे लोग और विद्यार्थी जून तक अच्छी प्रगति कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षार्थी सफलता प्राप्त कर सकेंगे जिसके लिए अक्टूबर-नवंबर अच्छा रहेगा। नौकरी पेशा के लोग यथास्थिति से संतुष्ट रहें। उनकी मार्च या अप्रैल महीने में प्रोन्नति या मनचाहा स्थान-परिवर्तन संभव है। राजनीतिक लोग अधिक व्यस्त रहेंगे और जहां तक हो सके महत्वाकांक्षा को समय और साधन को ध्यान में रखकर ही गति दें। व्यापार और उद्योग-धंधे से जुड़े लोग अतिरिक्त धन जुटाने में सक्षम रहेंगे। ललित कला, संगीत, लेखन और पत्रकारिता से जुड़े लोग अपनी रचनात्मक गतिविधि को वर्ष के पहले चार महीने अर्थात् जनवरी से अप्रैल तक अपनी मेधा का सही उपयोग करें तो सफलता प्राप्त कर सकेंगे। धार्मिक वातावरण पूरे वर्ष संपूर्णत: कई कारणों से अनुकूल रहेगा और इसमें जुड़े लोग अच्छी प्रगति कर सकेंगे। विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाले प्रोत्साहन पाकर अपनी दक्षता प्राप्त करने में सफल रहेंगे। छोटी दुकान या घरेलू उद्योग में लगे लोग कुछ समस्याओं के साथ सामान्य रूप से अपने काम को करते रहेंगे। शेयर बाजार में अपनी किस्मत आजमाने वाले कमोबेश संतुष्ट रह सकेंगे। तुला लग्न वालों के लिए वर्ष मिलाजुला परिणाम दे सकता है। अच्छे परिणाम के लिए प्रत्येक शुक्रवार को मां लक्ष्मी के मंत्रों का लाल फूल और रसगुल्ले के साथ पूजन दर्शन करें। शुभ दिशा पूर्व, शुभ रंग श्वेत और गुलाबी तथा शुभांक 2, 4 और 8।

 

 

वृश्चिक

इस राशि के जातक-जातिका वर्ष के प्रारंभ मेें कुछ न कुछ संघर्षशील स्थिति का सामना कर सकते हैं। पारिवारिक क्षेत्र में भी सबको साथ लेकर चलने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है जिसका निराकरण परस्पर विचार-विमर्श से संभव होगा। कल्पना के आधार पर योजना बनाने के स्थान पर यथार्थ को महत्व देना उचित होगा जिससे तनाव में कमी आयेगी और कर्मक्षेत्र पर भी अनुकूल प्रभाव पड़ने से समस्याओं का समाधान हो सकता है। अधिक ऋण लेने की प्रवृत्ति से बचना चाहिए और विरोधियों की हर चाल को समझने का प्रयास भविष्य के लिए स्वस्तिदायक हो सकता है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखना होगा और रक्त संबंधी बीमारियों से सावधान रहना होगा। दाम्पत्य जीवन में कलह न हो और संतान पक्ष से होने वाली चिंता का समाधान होता रहे, इसका प्रयास करते रहना उचित होगा। आर्थिक दृष्टि से वर्ष का अंतिम भाग अच्छा हो सकता है जिसका प्रारंभ जून से हो सकता है। अविवाहित कुमार और कुमारी विवाह के बंधन में बंध सकते हैं। प्रेम-विवाह के इच्छुक अप्रैल तक प्रयास कर सकते हैं। व्यापार से जुड़े लोगों के लिए जुलाई के बाद अच्छा समय बन सकता है। प्रशासनिक सेवा तथा दूसरे क्षेत्रों की नौकरी में लोगों के लिए भी जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीने अनुकूल हो सकते हैं। विद्यार्थी मार्च के बाद सहजता से इच्छानुसार अवसर और परिणाम पा सकते हैं। महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए ही अपने काम में लगी रहें और जहां तक हो सके विवाद से बचती रहें। बुद्धिजीवी और लेखन संबंधी काम में लगे लोग अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित कर सकते हैं। श्रमिक और कृषक सरकारी सहयोग अनायास ही प्राप्त कर सकेंगे। सामाजिक कार्य में लगे लोग कुछ कठिनाई का अनुभव कर सकते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान और यशस्वी अवसर अप्रैल से प्राप्त होने की संभावना बढ़ सकती है। राजनीति में लगे लोग कुछ न कुछ अशांत वातावरण का सामना करने के लिए स्वयं को तैयार रखें। अनायास विरोध और नेतृत्व से मतभेद को जहां तक हो सके दूर करते हुए जनसंपर्क को विशेष महत्व दें तो सफलता मिल सकती है। विदेश यात्रा के इच्छुक फरवरी-मार्च तक अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं। घरेलू उद्योग-धंधे में लोग प्रगति कर सकेंगे। युवक निराशा से निकलने का प्रयास करें और प्रलोभनों से दूर रहकर ही अपना भविष्य निश्चित करें। अच्छे परिणाम के लिए सोने के समय पांच बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें और प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी का दर्शन करें और लाल चने का भोग लगायें। वृश्चिक लग्न के लिए वर्ष प्रयत्न से प्रगतिकारक हो सकता है। शुभ दिशा द​क्षिण, शुभ रंग सिंदूरी लाल और शुभांक 3, 7 और 9।

 

 

धनु

 

इस राशि के जातक-जातिका पूरे वर्ष थोड़ी-थोड़ी समस्याओं के साथ ही हर क्षेत्र में उन्नति का मार्ग पाते रहेंगे और प्रसन्नता का भी अनुभव करते रहेंगे। गोचर में थोड़े समय के लिए उनकी राशि में अच्छे योग बनते रहने से चलने वाली समस्या का समाधान भी पाते रहेंगे यदि वे प्रत्येक अवसर का ठीकठाक उपयोग करते रहें। उन्नति के नये आयाम की कमी नहीं रहेगी और अपने आपको आर्थिक रूप से सुरक्षित अनुभव करते रहेंगे। जो बेकारी से जूझ रहे होंगे उन्हें कुछ करने का अवसर मिलेगा। व्यापार से जुड़े लोग संतोषप्रद लाभ प्राप्त कर सकेंगे और नया काम करने की इच्छा को पूरी कर सकेंगे जिसके लिए आसानी से सुविधाएं और अन्य सहयोग पा सकेंगे। छोटे या घरेलू उद्योग-धंधे करने वाले भी सरकारी सहयोग पा सकेंगे। विद्यार्थी सफलता की ओर आगे बढ़ते रहेंगे। श्रम से जुड़े लोग भी अपने प्रयास में सफलता पाते रहेंगे। बुद्धिजीवी और प्रशासन से जुड़े लोगों की चल रही समस्या का समाधान हो सकता है। रचनाधर्मी लोग यश और प्रतिष्ठा प्राप्त कर सकेंगे। महिलाओं में कर्तव्यनिष्ठा बनी रहेगी जिससे वे पारिवारिक दायित्व का निर्वाह करने में अपनी दक्षता सिद्ध कर सकती हैं। राजनीति से जुड़े लोग भी अपने उद्देश्य को सही दिशा दे सकते हैं। स्वास्थ्य की ओर ध्यान रखना आवश्यक होगा किन्तु इसके लिए अप्रैल तक का समय सहायक होगा जबकि जून से कोई न कोई समस्या सिर उठा सकती है जिसमें आर्थिक क्षेत्र प्रभावित होगा। इस अवधि में दिसंबर तक सावधानी आवश्यक होगी। प्रतियोगिता बढ़ेगी और स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। जहां तक हो सके ऋण लेने से बचना होगा और दिनचर्या संयमित होने से स्वास्थ्य की रक्षा हो सकती है। घर-गृहस्थी कुछ तनाव दे सकती है और साझेदारी में दिक्कतें आ सकती हैं। कोई पुराना संपर्क टूटने से बचाने की चेष्टा होनी चाहिए। धार्मिक भावना रक्षा करती रहेगी। जहां तक हो सके कर्मक्षेत्र में जागरुकता बनाये रखना होगा। संतान को लेकर चिंता बढ़ सकती है। मांगलिक कार्य जितना शीघ्र हो, पूरा करने की चेष्टा करना अच्छा होगा। नये संबंधों में सूझबूझ से काम लेना उचित होगा, फिर भी भाई-बंधु और पारिवारिक श्रद्धेय लोगों की शुभेच्छा रक्षा करती रहेगी। परोपकारी भावना प्रतिष्ठा बढ़ाती रहेगी और अच्छे काम से जुड़ते रहना अच्छा परिणाम देगा। प्रशासनिक सेवा में लगे लोग यदि सावधानी बरतें तो आनेवाली कठिनाइयों को आसानी से पार कर सकते हैं। आलस्य का त्याग करना आवश्यक होगा। साधु-संतों की सेवा उन्नति का मार्ग प्रशस्त करती रहेगी। रिश्तेदारों की अपेक्षा बढ़ेगी जिसे किसी सीमा तक पूरा किया जा सकता है। तीर्थाटन की इच्छा प्रबल होगी और वह पूरी होगी। धनु लग्न के लिए वर्ष अधिक अनुकूल रहेगा और मान-प्रतिष्ठा बढ़ानेवाला होगा। अच्छे परिणाम के लिए भगवान शिव को प्रत्येक सोमवार को मधु और दूध मिश्रित जल अर्पित करते हुए पंचाक्षर शिव मंत्र का जप करना सहायक होगा। शुभ दिशा पूर्वोत्तर कोण शुभ रंग गैरिक और शुभांक 4, 7 और 9।

 

 

मकर

 

इस राशि के जातक-जातिका अल्प समस्याओं के साथ ही उन्नति की ओर बढ़ते रहेंगे जिसमें आर्थिक स्थिति का विशेष महत्व होगा। मानसिक और शारीरिक उत्साह और सटीक निर्णय से कर्मक्षेत्र में भी विशेष स्थिति बनाते रहने में सफल होंगे। आत्मविश्वास जितना सुदृढ़ रहेगा, सफलता भी उतनी दृढ़ता से आगे चलती रहेगी। सहयोगियों पर निर्भरता के बदले अपनी क्षमता को ही प्रधानता देने से प्रत्येक क्षेत्र में अनुकूलता मिल सकती है। कोई भी वादा करने के पहले उसे पूरा करने की संभावना पर विचार करना आवश्यक होगा जिससे लोगों का विश्वास बढ़ेगा और जिसका परिणाम भी आगे आने वाले दिनों के लिए प्रगतिकारक होगा। यदि कोई प्रतिकूलता होने की संभावना हो तो पहले ही उसका निराकरण कर लेना उचित होगा। पारिवारिक क्षेत्र में भी अपनी भूमिका को निश्चित करते रहना होगा ताकि परस्पर विवादों से बचा रहा जाय। दिनचर्या अव्यवस्थित न हो इसका ध्यान रखना स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा। संतान संबंधी कोई चिंता चल रही होगी तो उसका समाधान संभव होगा। वर्ष के प्रारंभिक चार महीनों में मांगलिक कार्य संपन्न कर लेना उचित होगा। यदि नया काम करना हो या चल रहे काम का विस्तार करना हो तो फरवरी-मार्च इसके लिए सही समय हो सकता है। साझेदारी के मामले में कोई विवादास्पद स्थिति बने तो इसका शीघ्र निराकरण अप्रैल तक कर लेना चाहिए। वाहन, मकान या नयी जमीन खरीदना हो तो मई के पहले ही कर लेना उचित होगा। व्यापारी वर्ग अच्छी सफलता प्राप्त कर सकेंगे किन्तु जून के बाद उन्हें सोच-समझकर नया कदम उठाना होगा। राजनीति से जुड़े लोग कुछ अनिश्चित स्थिति का सामना कर सकते हैं और उनकी वयस्तता बढ़ सकती है और धन का भी खर्च हो सकता है। प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़े लोग जुलाई-अगस्त में संभव है कि कुछ ऐसे परिवर्तन का सामना करें जिससे परेशानी बढ़े। विद्यार्थी परिश्रम से ही अच्छे परिणाम की आशा कर सकते हैं। महिलाएं फिजूलखर्ची से बचें तो बचत कर सकेंगी। नौकरी पेशा के लोग प्राय: स्थिरता बनाये रखने में सफल होंगे। अच्छी भावना और धर्म के प्रति आस्था हर समय सहायता करती रहेगी। तीर्थाटन करना आसान होगा। कला क्षेत्र से जुड़े लोग वर्षांत के तीन महीने सोच-समझकर ही व्यवहार करें। वर्षारंभ में उन्हें सम्मान प्राप्त हो सकता है। अन्य लोग भी जून से सितंबर तक अच्छी स्थिति बनाये रखने में सफल हो सकते हैं। जिनकी रकम फंसी हुई हो थोड़ा प्रयास करने पर प्राप्त हो सकती है। जहां तक हो सके कोर्ट-कचहरी के बदले आपसी वार्तालाप से समस्या सुलझाने में सफलता मिल सकेगी। विदेश यात्रा संभव है। तकनीकी क्षेत्र से जुड़े लोग लाभवान होते रहेंगे। मकर लग्न के लिए वर्ष संभावनाओं से भरा रह सकता है। अच्छी स्थिति बनी रहे इसके लिए प्रत्येक शनिवार को पीली सरसों के साथ दही और गुड़ का दान करते हुए माता काली का दर्शन करें और उन्हें काले गुलाबजामुन का प्रसाद चढ़ायें। शुभ दिशा पश्चिम, शुभ रंग काला और पीला तथा शुभांक 4, 6 और 8।

 

 

 

कुंभ 

इस राशि के जातक-जातिका इस वर्ष मिला-जुला परिणाम प्राप्त कर सकेंगे, ऐसी संभावना बनेगी। प्रारंभ के तीन महीने अधिक व्यस्तता के होंगे जिससे ऐसा लगेगा कि स्थिति हाथ से फिसल रही है किन्तु स्थिर बुद्धि से उसे संभाल लेंगे। आर्थिक स्थिति संभाले रखना और बहुत आवश्यक हो तभी संचित धन पर हाथ डालना उचित होगा। कर्मक्षेत्र में थोड़ा भी आलस्य बड़ी क्षति कर सकता है। नये काम की शुरुआत करना अभी शायद ही अच्छा होगा। आपसी विश्वास की कमी रहेगी और घर-गृहस्थी भी कभी-कभी तनावपूर्ण हो सकती है। स्वास्थ्य प्राय: ठीक ही रह सकता है, किन्तु वायु विकार और स्नायु विकार के रोगी अपनी दिनचर्या को ठीक रखें और अतिरिक्त एवं व्यर्थ के तनाव से मुक्त रह कर ही समस्याओं का समाधान करें। जो भी काम चल रहा हो और अनायास ही कोई अवसर आ जाय तो उसे सामान्य रूप से करते रहें। अभी कोई किसी भी क्षेत्र में नया प्रयोग न करें और न किसी अज्ञात व्यक्ति के परामर्श पर कदम न उठायें। यह वर्ष आत्ममंथन और आत्मविश्वास की स्थिरता बनाये रखने का होगा। पूरे वर्ष एकमात्र शनि ही आपका सहायक ग्रह बना रहेगा। बीच-बीच में शीघ्रगामी ग्रह प्रगतिकारक होते रहेंगे। घर-गृहस्थी के लिए भी सावधानीपूर्वक कदम उठाना एवं स्वजनों में एकता बनी रहे, इसके लिए सर्वदा तैयार रहना होगा। अपयश और आर्थिक हानि से बचने की चेष्टा करनी चाहिए और इसके लिए कथनी और करनी में स्पष्ट तालमेल बैठाने से बचाव हो सकता है। व्यापार और उद्योग में लगे लोग कोई भी नया कदम तभी उठायें जब ऐसा करना जरूरी हो। विद्यार्थी कठिन परिश्रम से सफलता प्राप्त कर सकते हैं किन्तु अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना और साथ-संगति की विवेचना करना अनिवार्य होगा। प्रशासनिक सेवा में लगे लोगों की उन्नति या मनचाही बदली होते-होते अक्टूबर-नवंबर तक रुक जा सकती है किन्तु प्रयास जारी रखना आवश्यक होगा। बुद्धिजीवी, कला​-शिल्पी, लेखन और पत्रकारिता से जुड़े लोग अपने श्रम का उचित परिणाम नहीं पाने के कारण हतोत्साह होने से बचें और अपनी रचना-धर्मिता में लगे रहें। उनके लिए जून-जुलाई अनुकूल सिद्ध हो सकता है। प्राय: इस राशि के सभी लोगों के लिए मानसिक शांति और व्यवहार में सावधानी बड़ी से बड़ी परेशानी से रक्षा करेगी। अनुकूल महीनों में अंतिम में अक्टूबर को छोड़कर प्राय: सभी महीने कुछ न कुछ अच्छे परिणाम दिखाते रहेंगे जिससे रुके हुए काम पूरे होंगे। आर्थिक उपलब्धि और मान-यश बढ़ेगा। कुंभ लग्न के लिए वर्ष मध्यम फलदायक होगा। अच्छे परिणाम के लिए यदि प्रत्येक सप्ताह रविवार को श्रीविष्णु भगवान के 108 नामों का पाठ और प्रत्येक शनिवार को काला तिल, काला उड़द, काला फूल और लोहे की एक कांटी का दान रक्षा करेगा। शुभ दिशा पश्चिम, शुभ रंग नीला और शुभांक 3, 5 और 8।

 

 

 

मीन

 

इस राशि के जातक-जातिका यदि अनुकूलता-प्रतिकूलता के बीच सामंजस्य करते हुए चलें तो वे उसी प्रकार किनारे पर पहुंच सकेंगे जैसे एक कुशल नाविक वितरीत हवा में भी अपनी नाव को खेता रहता है। परीक्षा लेने वाली घटनाओं से उत्तीर्ण होने के लिए धीर-गंभीर और धैर्यशाली प्रयत्न अंधेरे में भी रास्ता दिखाता रहेगा। दाम्पत्य जीवन, मैत्री और सदाचार को अपना शस्त्र बना लेने से कठिनाइयां हल्की-फुल्की बन जा सकती हैं। जितना मानसिक दबाव को कम रखा जाय उतना ही सहज रूप से समस्याओं को दूर किया जा सकता है। वर्षारंभ में घर-गृहस्थी पर विशेष ध्यान रखना होगा। परिवार का कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो सकता है। कानूनी और प्रशासनिक समस्या पनप सकती है। उच्चाधिकारियों से उलझने से बचना चाहिए। समझ-बूझकर ही नयी योजना का आरंभ किया जा सकता है। विद्यार्थी अपना लक्ष्य पूरा कर सकेंगे। उद्योग-व्यापार से जुड़े लोग प्राय: किसी न किसी दिक्कत का सामना कर सकते हैं। पैतृक सम्पत्ति या भूमि-जायदाद संबंधी विवाद भी उत्पन्न हो सकता है। महिलाएं स्पष्ट निर्णय ले सकें तो परिवार का कल्याण कर सकती हैं और फिजूलखर्ची और दिखावे से उन्हें बचना चाहिए। इस राशि वाले स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते रहें। पारिवारिक सदस्य बढ़ सकता है। राजनीति से जुड़े लोग वर्ष के उत्तरार्द्ध में पद-मान के प्रति सावधान रहें और लाेक-कल्याण से जुड़े रहें तो यश प्राप्त कर सकेंगे। सभी क्षेत्र से जुड़े लोग आर्थिक समस्या से कुछ परेशानी का अनुभव कर सकेंगे। धर्म और ईश्वर के प्रति समर्पित होना बड़ी से बड़ी विपत्तियों से रक्षा कर सकता है। अनुकूल महीनों में जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल तथा प्रतिकूल महीनों में मई,अगस्त, सितंबर और दिसंबर होंगे। शेष महीने मिलेजुले परिणाम देंगे। अनुकूल महीनों में आर्थिक और स्वास्थ्य की सुविधा के साथ ही मंगल कार्य भी सम्पन्न होंगे तथा कर्मक्षेत्र में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे किन्तु प्रतिकूल महीनों में जहां तक हो सके यथास्थिति को बनाये रखकर ही कुछ भी सोचना-करना अच्छा होगा। इस वर्ष आर्थिक स्थिति को संभाले रखने के लिए खर्च से बचते रहना होगा। शेयर या अनिश्चित आय के मार्ग, चोरी और ठगी से अपने को बचाकर चलना ही अच्छा रहेगा। कई प्रलोभन और अनचाही बातों का होना संभव होगा जिससे बचना होगा। यदि आवश्यकता हो तभी यात्रा करना उचित होगा। विद्यार्थी शिक्षा के लिए और रोगी चिकित्सा के लिए विदेश यात्रा कर सकते हैं। ऋण से जहां तक हो सके स्वयं को और अपने कार्यक्षेत्र को बचाते रहना उचित होगा। गरीबों की सेवा, रोगियों में औषधि और बच्चों को जिलेबी बांटना सारी विपत्तियों से रक्षा करता रहेगा। आर्थिक सुविधा के लिए बृहस्पतिवार को सारा दिन नमक का त्याग अनुकूल परिणाम दे सकता है। मीन लग्न के लिए धीरज और ईश्वर का सहारा अच्छा परिणाम देगा और पीला केला, गुड़ और कोई लाल मिठाई का दान अच्छा परिणाम देगा। शुभ दिशा पूर्वोत्तर, शुभरंग पीला और शुभांक 1, 5 और 7।

 

नव वर्ष की शुभकामना।

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