

मधु, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विशेष पुनरीक्षण (SIR) की तैयारी जोरों पर है। राज्य भर के लगभग 3.96 करोड़ मतदाताओं के नाम अब तक भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की वेबसाइट पर अपलोड किए जा चुके हैं। यह कार्य 2002 SIR डेटा से मिलान के बाद किया गया है। एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में बूथ मैपिंग प्रक्रिया 19 अक्टूबर तक पूरी कर ली गयी, सिवाय प्राकृतिक आपदा प्रभावित जिलों दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के। सूत्रों के अनुसार, बंगाल में कुल मतदाताओं का लगभग 52% बूथ मिलान (booth matching) का कार्य पूरा हो चुका है। राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 7.6 करोड़ है। पश्चिम बंगाल 2026 में विधानसभा चुनावों के लिए तैयार हो रहा है, और SIR प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।
जिलों में औसतन 55 से 65% नामों की हुई मैचिंग
राज्य में सबसे अधिक डेटा मिलान पश्चिम मेदिनीपुर (72%) में हुआ है, जबकि सबसे कम उत्तर 24 परगना (44%) में दर्ज किया गया है। चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में औसतन 55 से 65% नाम मैच कराये गये हैं। बूथ मैपिंग, मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की एक आंतरिक प्रक्रिया है, जो SIR शुरू होने के बाद डेटा सत्यापन को तेज करेगी। CEO कार्यालय को 18-19 अक्टूबर तक इस कार्य को पूरा करने की अनौपचारिक समय सीमा दी गई थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग को छोड़कर सभी जिलों ने मिलान प्रक्रिया पूरी कर ली है। हालांकि, SIR प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह डेटा BLO ऐप के माध्यम से अपडेट किया जा सकेगा। दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण भारी तबाही हुई जिसमें 32 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन दोनों जिलों में अब तक बूथ मैपिंग कार्य शुरू नहीं हो सका है।