

कोलकाता : केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की ओर से बताया गया कि पश्चिम बंगाल में वक्फ बोर्ड की 308 संपत्तियां हैं। यहां तक कि रॉयल कलकत्ता गोल्फ क्लब (आरसीजीसी) और टॉलीगंज क्लब भी वक्फ की संपत्ति हैं। दरअसल, राज्यसभा के सांसद शमिक भट्टाचार्य की ओर से इस संदर्भ में सवाल पूछा गया था। उन्होंने जानकारी मांगी थी कि पश्चिम बंगाल में वक्फ बोर्ड की कितनी संपत्तियां हैं और कितनी संपत्तियों पर अतिक्रमण किया गया है। आरसीजीसी और टॉलीगंज क्लब भी वक्फ संपत्तियां हैं या नहीं, अगर हैं तो उनकी ओर से कितना किराया दिया जाता है। वक्फ संपत्तियों से अतिक्रमण हटाने के लिए क्या कदम उठाये जा रहे हैं ? इसके साथ ही पूछा गया कि शिक्षा, स्वास्थ्य अथवा अन्य सामूहिक कल्याण के उद्देश्याें से कितनी वक्फ संपत्तियों का विकास किया गया है ?
उक्त सवालों के जवाब में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजु ने बताया कि किसी भी राज्य में सभी वक्फ संपत्तियों की निगरानी राज्य वक्फ बोर्ड करता है और वक्फ बोर्ड ही वक्फ की संपत्तियों को मैनेज करता है। स्टेट वक्फ बोर्ड के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) को अनाधिकृत दखलदारी और वक्फ संपत्तियों पर कब्जों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। इसके अलावा वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और अतिक्रमण रोकने के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा कौमी वक्फ बोर्ड ताराकियाती योजना लागू की गयी है।
18 लाख रुपये से अधिक किराया देते हैं दोनों क्लब
वक्फ बोर्ड पश्चिम बंगाल द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कुल 80,548 वक्फ संपत्तियां हैं जिनमें से 380 पर अतिक्रमण है। रॉयल कलकत्ता गोल्फ क्लब यानी आरसीजीसी और टॉलीगंज क्लब भी वक्फ की संपत्तियां हैं। गत 2023-24 वित्तीय वर्ष में आरसीजीसी और टॉलीगंज क्लब की ओर से 18,88,224 रुपये किराया दिया गया था।
इस तरह वक्फ संपत्तियों का किया गया विकास
वक्फ संपत्तियों का विकास शिक्षा, स्वास्थ्य समेत विभिन्न कार्यों के लिए किया गया। इसके तहत 4 मॉडल इंग्लिश मीडियम मदरसा विकसित किये गये जबकि 19 मुस्लिम गर्ल्स/बॉयज हॉस्टल विकसित किये गये। इसी तरह 9 हॉस्टिपल्स व डिसपेंसरी, 158 स्कूल और बीरभूम के पाथरचापुरी में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को विकसित किया गया।