

मुंबई : प्रियंका चोपड़ा हाल ही में अबू धाबी में आयोजित ब्रिज समिट में शामिल हुईं। यहां उन्होंने अपने करियर के दौरान मिली चुनौतियों पर बात की। प्रियंका ने कहा कि ऐसा नहीं था कि मुझे अवसर दिए गए थे, बल्कि मौके मुझसे छीन लिए गये थे। इसलिए मुझे अपनी रणनीति बदलनी पड़ी। एक साल ऐसा भी था जब मेरी छह फिल्में लगातार फ्लॉप हो गईं। लोग मुझे कास्ट करने से डरने लगे क्योंकि फिल्म अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगी। इसलिए हारने के डर से, मुझे अपनी कंफर्टेबल स्थिति को छोड़कर कुछ नया करने की कोशिश करनी पड़ी।
मुझे अवसर बनाने पड़े। मेरे बदलाव कभी भी पसंद के आधार पर नहीं थे। वे काफी हद तक सर्वाइवल के लिए थे।’ उन्होंने कहा कि जब मैंने पहली बार काम करना शुरू किया, तो मैंने हर चीज के लिए हां कह दी क्योंकि हर मौका एक प्रिविलेज था। काम मिलना ही मुश्किल था। मैंने हर अवसर को स्वीकार किया। लगातार यात्रा करती रही और परिवार के कई जरूरी पलों को मिस किया क्योंकि काम ठुकराना मेरे लिए कोई विकल्प ही नहीं था। अब मुझे चुनने का अधिकार है। अब मैं सोच-समझकर हां कहती हूं।