

पणजी: अभिनेता आमिर खान ने कहा है कि उन्हें नहीं पता कि वह स्टार कैसे बन गये। आमिर ने इस बात पर भी जोर दिया कि 30 साल से अधिक के अपने करियर में उन्होंने वह सब कुछ किया, जिससे स्टारडम के कई नियम टूट गए। साठ-वर्षीय अभिनेता ने 56वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के दौरान द नैरेटिव आर्किटेक्ट ऑफ सोशल ट्रांसफॉर्मेशन शीर्षक सत्र में कहा कि उनकी फिल्मोग्राफी में ऐसी फिल्में शामिल हैं जो अव्यावहारिक थीं।
मुझे नहीं पता कि मैं स्टार कैसे बन गया
आमिर ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मैं स्टार कैसे बन गया। तर्क के हिसाब से देखा जाए तो मुझे स्टार नहीं बनना चाहिए था। मैंने हर नियम तोड़े और सब कुछ अव्यावहारिक किया, मुझे बहुत कृतज्ञता महसूस होती है कि मुझे इतना सम्मान और सफलता मिली। वरना, व्यावहारिक तौर पर देखें तो मैंने जो भी किया वो सफलता हासिल करने के नजरिये से सही नहीं था।'
मैंने फिल्मों में प्रयोग किए
अभिनेता ने कहा कि चाहे वह फिल्म 'सरफरोश', 'लगान', 'गजनी', 'तारे जमीन पर' हो या उनकी नवीनतम फिल्म 'सितारे जमीन पर' ये सभी प्रयोगात्मक थीं और बॉक्स ऑफिस पर चलनी नहीं चाहिए थीं। उन्होंने कहा, ‘‘दरअसल, लगभग हर फिल्म चुनते समय मेरे मन में यही होता था कि ‘मुझे नहीं पता यह चलेगी या नहीं।’ ‘सरफरोश’ और ‘लगान’ जैसी फिल्मों के समय भी जब हम उन्हें रिलीज कर रहे थे, हमें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि लोग उन्हें पसंद करेंगे या नहीं।'
मैं बार-बार एक ही चीज नहीं करता
आमिर ने कहा, ‘मैं एक ही चीज बार-बार नहीं करना चाहता। मेरी व्यक्तिगत प्रकृति ही ऐसी है कि मैं अलग-अलग कहानियां चुनता हूं। और मैं हमेशा उसी चीज पर काम करता हूं, जो मुझे व्यक्तिगत तौर पर उत्साहित करती है।’आमिर ने कहा कि आजकल फिल्म जगत के कई लोग दर्शकों के बारे में पहले से अनुमान लगाने की कोशिश करते हैं।
मैंने अगली फिल्म तय कर ली है
आमिर ने कहा, 'मैं यह तय कर रहा हूं कि अगली कौन-सी फिल्म करूं। मैं न तो यह सोच रहा हूं और न ही कभी सोचा है कि अब कौन-सा सामाजिक मुद्दा उठाना चाहिए। यह बात मेरे दिमाग में आती ही नहीं है। मेरे लिए पहली कसौटी एक बेहतरीन स्क्रिप्ट होती है। और अगर वही बेहतरीन स्क्रिप्ट सामाजिक रूप से भी कुछ कहती है, तो वह और अच्छा है, लेकिन मैं सामाजिक विषय खोजने की कोशिश नहीं करता।'