मुंबई: बॉम्बे हाई कोर्ट के जज जस्टिस गौतम पटेल ने अजय देवगन की फिल्म को लेकर बड़ी टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कहा कि बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन की फिल्म देश के लिए खतरा है, ऐसी फिल्में सरकार को गलत संदेश देती हैं।
हाल ही में इंडियन पुलिस फाउंडेशन ने अपना वार्षिक दिवस और पुलिस सुधार दिवस के अवसर पर एक समारोह आयोजित किया। समारोह में जस्टिस पटेल ने कानून की प्रक्रिया के प्रति लोगों की ‘व्यग्रता’ पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब जनता सोचती है कि अदालतें अपना काम नहीं कर रही हैं, तो वह पुलिस के कदम उठाने पर जश्न मनाती है। आपको बता दें कि रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित सिंघम (2011) में अजय देवगन ने पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई थी। यह 2010 में आई तमिल फिल्म सिंघम का रीमेक है।
जस्टिस गौतम पटेल ने क्या कहा?’
बॉम्बे हाईकोर्ट के जज जस्टिस गौतम पटेल ने समारोह में कहा कि फिल्मों में, पुलिस जजों के खिलाफ कार्रवाई करती है। जिन्हें विनम्र, डरपोक, मोटे चश्मे वाले और अक्सर बहुत खराब कपड़े पहने हुए दिखाया जाता है। वे अदालतों पर दोषियों को छोड़ देने का आरोप लगाते हैं। हीरो के रोल में पुलिस अकेले ही न्याय करती है। यही कारण है कि जब बलात्कार का एक आरोपी कथित तौर पर भागने की कोशिश करते समय एनकाउंटर में मारा जाता है, तो लोग सोचते हैं कि यह न सिर्फ ठीक है, बल्कि इसका जश्न मनाया जाता है। ऐसे में लोगों को लगता है कि न्याय मिल गया है, लेकिन क्या न्याय मिला? आगे उन्होंने कहा कि यदि इस प्रक्रिया को इसी तरह छोड़ दिया गया तो हम कानून के शासन को नष्ट कर देंगे।