नई दिल्ली: ऑनलाइन फूड और ग्रोसरी डिलीवरी ऐप स्विगी (Swiggy) ने अपना रजिस्टर्ड नाम बदल दिया है। शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिलने के बाद स्विगी का पंजीकृत नाम बंडल टेक्नोलॉजीज (Bundl Technologies Pvt Ltd ) से जिसे कंपनी ने बदल दिया है। अब इसे बदलकर स्विगी प्राइवेट लिमिटेड (Swiggy Pvt Ltd) कर दिया गया है। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में बेंगलुरु स्थित कंपनी को नाम परिवर्तन के लिए RoC से मंजूरी मिली थी।
वहीं, स्विगी अपना IPO लाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका साइज करीब 100 करोड़ डॉलर का हो सकता है। स्विगी की प्रतिद्वंदी Zomato ने साल 2021 में स्टॉक मार्केट में एंट्री मारी थी। इसके बाद से ही स्विगी ने IPO लाने की योजना बनाई है। जोमैटो की लिस्टिंग से स्विगी को काफी कुछ समझने में मदद मिली है। स्विगी और जोमैटो एक ही कारोबारी रास्ते पर हैं।
IPO लाने की वजह से बदला नाम ?
Swiggy द्वारा रजिस्टर्ड नाम बदलने की एक वजह IPO लाना है। नाम बदलने से स्विगी को कंपनी के कॉर्पोरेट नाम को पहचान स्थापित करने में मदद मिलेगी। आईपीओ के लिए स्विगी चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपना ड्रॉफ्ट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। कंपनी का मुख्य लक्ष्य अपनी लागत को कम करने के साथ ज्यादा प्रॉफिट कमाना भी है। मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए स्विगी का परिचालन राजस्व साल दर साल 45 फीसदी बढ़कर 8,265 करोड़ रुपये हो गया था। हालांकि, इस अवधि में कंपनी का नेट लॉस 15 फीसदी बढ़कर 4,179 करोड़ रुपये हो गया। फूड-डिलीवरी के अलावा कंपनी स्विगी इंस्टामार्ट ब्रॉन्ड (Swiggy Instamart Brand) के तहत ग्रोसरी डिस्ट्रीब्यूट करती है।
इस साल हुई थी शुरुआत
साल 2014 में नंदन रेड्डी और श्रीहर्ष मजेटी द्वारा बंडल टेक्नोलॉजीज (Bundl Technologies Pvt ) की स्थापना की गई थी। इस समय श्रीहर्ष मजेटी फर्म के CEO हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, स्विगी अपना प्रॉफिट बढ़ाने के लिए आने वाले समय में कुछ और कदम भी उठा सकती है।