

मुंबई : स्थानीय शेयर बाजार में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रही। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी के बीच आईटी और वाहन शेयरों में बिकवाली से गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स 313.70 अंक यानी 0.37 प्रतिशत टूटकर 84,587.01 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 363.98 अंक तक नीचे आ गया था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 24 नुकसान में जबकि छह लाभ में रहे। एनएसई निफ्टी 74.70 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,884.80 अंक पर आ गया। शुक्रवार से अब तक तीन सत्रों में निफ्टी 307 अंक यानी एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 26,000 अंक के नीचे आ गया है। जबकि इस दौरान सेंसेक्स 1,045 अंक यानी 1.2 प्रतिशत लुढ़का है। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.20 प्रतिशत लाभ में जबकि मिडकैप 0.19 प्रतिशत बढ़त में रहा।
क्षेत्रवार सूचकांक : क्षेत्रवार सूचकांकों में आईटी 0.75 प्रतिशत, बीएसई केंद्रित आईटी (0.64 प्रतिशत), टिकाऊ उपभोक्ता सामान (0.53 प्रतिशत), टेक (0.39 प्रतिशत), ऊर्जा (0.32 प्रतिशत), वाहन (0.25 प्रतिशत) और जन केंद्रित सेवाओं से जुड़ी इकाइयों में 0.25 प्रतिशत की गिरावट रही। रियल्टी, जिंस, स्वास्थ्य, दूरसंचार, पूंजीगत वस्तुएं और धातु में बढ़त दर्ज की गई।
क्या रही स्थिति : सेंसेक्स के शेयरों में टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, ट्रेंट, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फाइनेंस सबसे अधिक नुकसान में रहे। लाभ में रहने वाले शेयरों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा स्टील, इटर्नल, भारती एयरटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के मासिक अनुबंधों की समाप्ति के दिन घरेलू बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा। इसकी वजह रुपये में गिरावट और एफआईआई की निरंतर निकासी है। कुछ बेहतर संकेतों के बावजूद, निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।
स्पष्टता का इंतजार : निवेशकों को आगामी एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) बैठक में संभावित ब्याज दरों में कटौती और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की प्रगति पर स्पष्टता का इंतजार है। एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.69 प्रतिशत टूटकर 62.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।