

मुंबई : स्थानीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह के बीच आईटी कंपनियों और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। बीएसई सेंसेक्स 398.44 अंक यानी 0.49 प्रतिशत चढ़कर 82,172.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 474.07 अंक यानी 0.57 प्रतिशत बढ़कर 82,247.73 अंक पर पहुंच गया था। एनएसई निफ्टी 135.65 अंक यानी 0.54 प्रतिशत बढ़कर 25,181.80 अंक पर पहुंच गया।
स्मॉलकैप 0.18 प्रतिशत मजबूत : तिमाही नतीजों की घोषणा से पहले एचसीएल टेक, टीसीएस, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा जैसे आईटी शेयरों में तेजी दर्ज की गई। मझोली कंपनियों से जुड़ा बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.75 प्रतिशत लाभ में रहा जबकि छोटी कंपनियों का स्मॉलकैप 0.18 प्रतिशत मजबूत हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध शेयरों में 2,099 शेयर लाभ में रहे जबकि 2,080 शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी। वहीं 171 शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।
क्या रही स्थिति : सेंसेक्स में शामिल अन्य कंपनियों में टाटा स्टील, एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, सन फार्मा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, टाइटन, मारुति और टाटा मोटर्स शामिल हैं।
क्या रहा कारण : बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, घरेलू मानक सूचकांकों ने अच्छी वापसी की और पिछले सत्र की गिरावट को पलट दिया...। निफ्टी-50 ने कारोबार का समापन मजबूती के साथ किया और प्रमुख क्षेत्रों में निरंतर लिवाली के दम पर 25,200 अंक के स्तर से बस कुछ ही दूर रहा। सकारात्मक वैश्विक संकेतों और संस्थागत निवेशकों की लिवाली में रुचि ने बाजार को समर्थन दिया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड : एशिया के अन्य बाजारों में, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट उल्लेखनीय रूप से लाभ में रहे, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग नुकसान में रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.23 प्रतिशत टूटकर 66.08 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।