

मुंबई : अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता के नतीजों से पहले निवेशकों के सतर्क रुख के बीच आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा। बीएसई सेंसेक्स 375.24 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,259.24 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 415.21 अंक तक नीचे आ गया था। एनएसई निफ्टी भी 100.60 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,111.45 अंक पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
क्या रही स्थिति : सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा के शेयर में लगभग तीन प्रतिशत की गिरावट आई। इन्फोसिस, एचसीएल टेक, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एक्सिस बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, ट्रेंट, टाइटन और टाटा मोटर्स शामिल हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के बीच बाजार मोटे तौर पर नकारात्मक दायरे में रहे। निवेशकों ने बैंकिंग, आईटी और तेल एवं गैस शेयरों में बिकवाली का सहारा लिया जिससे बाजारों में गिरावट आई। एक बार जब सौदे की घोषणा हो जाती है और अगर यह दोनों देशों के हितों के अनुकूल होता है तो बाजारों में राहत की उम्मीद है। हमें अल्पकालिक तेजी देखने को मिल सकती है, अन्यथा सुस्ती से लेकर निराशावादी माहौल बना रह सकता है। इसके अलावा, चालू तिमाही नतीजों का सत्र का भी बाजार पर असर होगा और निवेशक आगे आने वाले नतीजों के आधार पर फैसला करेंगे।
एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन शंघाई कम्पोजिट सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि हांगकांग के हैंग सेंग में नुकसान रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.06 प्रतिशत टूटकर 68.49 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।