

मुंबई : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 18 पैसे की तेजी के साथ 85.23 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के रुख के बीच रुपये में मजबूती आई।विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से भी निवेशकों की धारणा मजबूत हुई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुद्राभंडार में लगातार वृद्धि से भारत का आयात ‘कवर’ बढ़ता है। यह बाहरी झटकों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण राहत और रुपये को स्थिरता प्रदान करता है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से रुपये पर दबाव पड़ सकता है। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 99.60 पर रहा।
क्या कहते हैं विश्लेषक : एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘रुपया सप्ताह की शुरुआत में आत्मविश्वास से भरा रहा और एशियाई मुद्राओं के बीच इसका प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह और भू-राजनीतिक परिदृश्य स्थिर होने से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी आई, जिसका असर घरेलू मुद्रा पर सकारात्मक असर पड़ा।’ परमार ने कहा कि निकट भविष्य में अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये का भाव 84.90 से 85.70 के बीच रहने की संभावना है।