

मुंबईः अमेरिकी डॉलर में मजबूती के बीच रुपया शुक्रवार को 21 पैसे की गिरावट के साथ 85.48 के अबतक सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान 85.80 के अपने सबसे निचले स्तर पर लुढ़कने के बाद रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप के सहारे रुपये ने नुकसान की कुछ भरपाई की। महीने के अंत में बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग आने से रुपये पर दबाव पड़ा। इसके अलावा डॉलर के मजबूत रुख ने भी इसके भाव को गिराने का काम किया। इसके अलावा विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण भी रुपये पर दबाव पड़ा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.31 के भाव पर कमजोर खुला और एक समय 53 पैसे गिरकर 85.80 के अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया। हालांकि बाद में यह थोड़ा संभला और कारोबार के अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले 85.48 पर बंद हुआ जो पिछले बंद स्तर से 21 पैसे की गिरावट है। रुपया बृहस्पतिवार को 85.27 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। रुपये में इससे पहले एक कारोबारी सत्र में 68 पैसे की सबसे बड़ी गिरावट दो फरवरी, 2023 को आई थी।