नई दिल्ली: आज वित्त वर्ष 2024-25 की पहली भारतीय रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। RBI ने लगातार सातवीं बार मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया है। इसका मतलब है कि आम जनता को फिलहाल EMI में राहत अभी नहीं मिलेगी। बता दें कि मई 2022 और फरवरी 2023 के बीच आरबीआई मौद्रिक नीति बैठक में रेपो दर (RBI Repo Rate) को 250 बीपीएस बढ़ाया गया था, लेकिन इसके बाद से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी जानकारी
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली RBI मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया है। केंद्रीय बैंक ने लगातार 7वीं मॉनिटरी पॉलिसी (RBI Monetary Policy) में रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा है। गर्वनर ने कहा कि हमने अभी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। इसका मतलब है कि अभी मौजूदा ईएमआई में आपको राहत नहीं मिलेगी।
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7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी देश की GDP
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यस्था (Indian Economy) 7 फीसदी के रफ्तार से बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2025 के पहली तिमाही में GDP की रियल ग्रोथ 7.1 फीसदी, दूसरी तिमाही में 6.9 फीसदी और तीसरे-चौथे तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान है। मौद्रिक नीति निर्णयों पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि स्थायी डिपॉजिट फैसिलिटी रेट 6.25% पर बनी हुई है और सीमांत स्थायी सुविधा दर और बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है।