

नयी दिल्ली : प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर एक और दौर की वार्ता के लिए वाणिज्य मंत्रालय का दल वॉशिंगटन पहुंच गया है। भारत के मुख्य वार्ताकार एवं वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल बुधवार को दल का हिस्सा बनेंगे। चार दिन की यह वार्ता बृहस्पतिवार को संपन्न होगी। प्रस्तावित बीटीए के लिए भारत के उप-मुख्य वार्ताकार बीटीए के पहले चरण पर बातचीत के लिए वॉशिंगटन पहुंच गए हैं।
क्या है स्थिति : कृषि और दुग्ध उत्पादों पर शुल्क में रियायत की अमेरिकी मांग पर भारत ने अपना रुख कड़ा कर लिया है। दुग्ध क्षेत्र में मुक्त व्यापार समझौते में भारत ने अबतक अपने किसी भी व्यापारिक साझेदार को कोई शुल्क रियायत नहीं दी है।यह यात्रा इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका ने अतिरिक्त आयात शुल्क (भारत के मामले में यह 26 प्रतिशत है) को एक अगस्त तक टाल दिया है। भारत, इस्पात तथा एल्युमीनियम (50 प्रतिशत) और मोटर वाहन (25 प्रतिशत) क्षेत्रों पर शुल्क में ढील की भी मांग कर रहा है। भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के मानदंडों के तहत इनके विरुद्ध जवाबी शुल्क लगाने का अपना अधिकार भी सुरक्षित रखा है।
क्या है लक्ष्य : दोनों देश प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण के लिए बातचीत इस साल सितंबर-अक्टूबर तक पूरी करना चाहते हैं। इससे पहले वे एक अंतरिम व्यापार समझौते को आकार देने के प्रयास कर रहे हैं।
व्यापार की स्थिति : चालू वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-मई की अवधि में अमेरिका को भारत का वस्तु निर्यात 21.78 प्रतिशत बढ़कर 17.25 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 25.8 प्रतिशत बढ़कर 8.87 अरब डॉलर रहा।