

मुंबई : कृत्रिम मेधा (AI) को लेकर उद्योगपति मुकेश अंबानी का बयान सामने आया है। अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अंबानी ने AI को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत को इस क्षेत्र में विश्व का अग्रणी देश बनना चाहिए, लेकिन नई प्रौद्योगिकी अपनाते समय मानवीय संवेदना और करुणा को भी उतना ही महत्व देना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी भारत की ऊर्जा समस्या के समाधान के बेहद करीब पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा और ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास भारत के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हो सकते हैं। रिलायंस की दूरसंचार कंपनी जियो ने अपनी सेवाओं के जरिए भारत को वैश्विक डिजिटल मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि बुद्धिमत्ता को मानवीय संवेदना से और समृद्धि को उद्देश्य से जोड़कर भारत दुनिया के सामने विकास का एक नया मॉडल पेश कर सकता है। अंबानी ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब खुद रिलायंस के भीतर दूरसंचार कारोबार को लेकर संदेह करने वाले लोग थे। ऊर्जा क्षेत्र का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपनी 80 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है और ऊर्जा भंडारण एक बड़ी चुनौती रही है, जबकि देश में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।