स्थानीय मुद्रा में व्यापारिक लेनदेन की संभावना पर भारत, दक्षिण अफ्रीका ने चर्चा की

स्थानीय मुद्रा में व्यापारिक लेनदेन की संभावना पर भारत, दक्षिण अफ्रीका ने चर्चा की
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नयी दिल्ली : भारत और दक्षिण अफ्रीका ने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के मकसद से स्थानीय मुद्रा में व्यापारिक लेनेदन और एकीकृत भुगतान संबद्ध प्रणाली की संभावना पर चर्चा की है। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि प्रस्तावित भारत-एसएसीयू (दक्षिणी अफ्रीकी सीमा शुल्क संघ) तरजीही व्यापार समझौते पर भी विचार-विमर्श किया गया।

इस सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में व्यापार व निवेश पर गठित संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजीटीआई) की बैठक के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा की गई। बयान के अनुसार, ‘‘जेडब्ल्यूजीटीआई में चर्चा के प्रमुख बिंदुओं में सीईओ फोरम की बहाली, निवेश सहयोग, कृषि उत्पादों के संबंध में बाजार पहुंच के मुद्दे, भारतीय ‘फार्माकोपिया’ की मान्यता, स्थानीय मुद्रा में लेनदेन, त्वरित भुगतान प्रणाली/एकीकृत भुगतान संबद्ध प्रणाली शामिल रहे।’’

व्यापारिक साझेदार : भारतीय कंपनियों ने अप्रैल 2000 से सितंबर 2024 तक दक्षिण अफ्रीका में 1.3 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। ये निवेश औषधि, सूचना प्रौद्योगिकी, मोटर वाहन, बैंकिंग और खनन जैसे विविध क्षेत्रों में किया गया है।दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीकी क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच व्यापार 19.25 अरब डॉलर रहा था।

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