

नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री गति शक्ति और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति जैसी पहल के जरिये मजबूत बुनियादी ढांचे के विकास से भारत को 2030 तक विश्व बैंक लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक में शीर्ष 25 देशों में जगह बनाने में मदद मिलेगी। विश्व बैंक लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक (एलपीआई) में भारत 139 देशों में 38वें स्थान पर है और इसका लक्ष्य 2030 तक शीर्ष 25 में आना है। भारतीय माल ढुलाई और लॉजिस्टिक्स बाजार के 2029 तक सालाना 8.8 प्रतिशत की दर से बढ़कर 484.43 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2024 में 317.26 अरब डॉलर था।
वैश्विक प्रदर्शक मेस्से स्टटगार्ट इंडिया द्वारा ईएसी इंटरनेशनल कंसल्टिंग के साथ साझेदारी में किए गए अध्ययन को अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स प्रदर्शनी लोगिमैट इंडिया-2025 से पहले मंगलवार को जारी किया गया। यह प्रदर्शनी 13-15 फरवरी को बंबई एक्जिबिशन सेंटर में आयोजित होने वाली है।
रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि भारत के 2030 तक विश्व बैंक के लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक (एलपीआई) में शीर्ष 25 देशों में जगह बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति जैसी पहल के तहत बुनियादी ढांचे का मजबूत विकास महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।