

नयी दिल्लीःउद्योग विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत-अमेरिका ट्रस्ट दोनों देशों के बीच आर्थिक और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग का रास्ता साफ करेगा, जबकि आईएमईसी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करने से बुनियादी ढांचे और आर्थिक गलियारों में सहयोग गहरा होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण खनिजों, उन्नत सामग्रियों और फार्मास्युटिकल्स की मजबूत आपूर्ति शृंखला बनाने पर जोर देने के लिए ‘रणनीतिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए संबंधों में बदलाव’ (ट्रस्ट) पहल पर सहमति जताई है।
अमेरिका में ट्रंप-मोदी बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य के अनुसार, दोनों देशों ने लिथियम और ‘दुर्लभ मृदा’ जैसे रणनीतिक खनिजों के लिए पुनर्प्राप्ति और प्रसंस्करण पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। दोनों पक्ष आईएमईसी (भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा) और आई2यू2 ढांचे के तहत आर्थिक गलियारों और संपर्क बुनियादी ढांचे पर भी मिलकर काम करेंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञः भारतीय इस्पात संघ (आईएसए) के शीर्ष निकाय के अध्यक्ष और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा, ‘‘महत्वपूर्ण खनिजों और उन्नत सामग्रियों पर ‘ट्रस्ट’ की पहल आर्थिक और प्रौद्योगिकी सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईएमईसी और आई2यू2 समूह पर प्रधानमंत्री का ध्यान वैश्विक संपर्क के लिए रणनीतिक प्रयास को दर्शाता है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा मिलता है।’’