होटल, रेस्तरां सीधे किसान उत्पादक संगठनों से उपज खरीदें

यह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होगा
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नयी दिल्ली : होटल और रेस्तरां से कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने किसानों की उपज सीधे किसान-उत्पादक संगठनों (FPO) से खरीदने का आग्रह किया ताकि आपूर्ति श्रृंखला से बिचौलियों को हटाकर उत्पादकों के लिए बेहतर लाभ प्राप्त किया जा सके। सचिव ने होटल उद्योग से पर्यटकों और लोगों के भोजन के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए भौगोलिक संकेत (GI) वाले खाद्य उत्पादों को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया। फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशंस ऑफ इंडिया (FHRAI) के एक कार्यक्रम में चतुर्वेदी ने कहा, ‘देशभर में बड़ी संख्या में होटल और रेस्तरां हैं। अगर आप स्थानीय कृषक समुदाय के साथ साझेदारी करके प्रामाणिक भोजन, सब्जियां, मसाले और अन्य चीजें खरीदते हैं, तो यह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होगा।’

देशभर में लगभग 35,000 FPO : उन्होंने कृषि मंत्रालय और होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ नार्दर्न इंडिया (HRANI) के सहयोग से ‘एफपीओ-हॉस्पिटैलिटी एंड फार्मर्स बेनिफिट’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में कहा कि देशभर में लगभग 35,000 FPO हैं, जिनमें से 10,000 सरकारी योजनाओं के तहत स्थापित हैं। मंत्रालय एक वेब-आधारित मंच शुरू करने की योजना बना रहा है। इसके तहत FPO अपनी अतिरिक्त उपज को व्यवसायों, होटलों और रेस्टरां द्वारा सीधी खरीद के लिए पंजीकृत कर सकते हैं।

GDP में 18 प्रतिशत का योगदान : उन्होंने कहा कि कृषि भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 18 प्रतिशत का योगदान देती है और 46 प्रतिशत कार्यबल को रोजगार देती है। यह कृषि और गैर-कृषि क्षेत्रों के बीच आय असमानता को उजागर करता है। कृषि क्षेत्र दो प्रमुख चुनौतियों का सामना कर रहा है। पहली चुनौती जोत का छोटा आकार है जो बड़े पैमाने पर उत्पादन और मोल-जोल की शक्ति को सीमित करती है। दूसरी चुनौती, किसानों की उगाई फसलों के भाव और उसकी खुदरा कीमतों के बीच एक बड़ा अंतर का होना है।कृषक समुदायों के साथ सीधी साझेदारी मूल्य में इस अंतर को पाटने में मदद कर सकती है।

जैविक खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ रही है : चतुर्वेदी ने कहा कि कीटनाशक-मुक्त और जैविक खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ रही है। जैविक या प्राकृतिक उत्पाद उत्पादित करने वाले किसान समूह प्रमाणित जैविक खरीद के लिए होटल और रेस्तरां के साथ गठजोड़ कर सकते हैं। उन्होंने भौगोलिक संकेत वाले उत्पादों के बारे में कहा कि भारत में बासमती चावल के अलावा कई पंजीकृत खाद्य उत्पाद हैं, जिनमें खाद्यान्न, सब्जियां, फल और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ शामिल हैं। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव सुमन बिल्ला ने कहा कि प्रत्यक्ष खरीद से दोनों क्षेत्रों को लाभ होगा।

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