

नई दिल्ली – वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए जाने वाले बजट में ज्यादा दिन का समय बाकी नहीं रह गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को बजट पेश करेंगी। यह उनका लगातार 8वां बजट होगा। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह दूसरा बजट होगा। इस बार के बजट से यह उम्मीद है कि सरकार देश की सुरक्षा को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकती है।
डिफेंस बजट में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है
एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि सरकार इस बार डिफेंस सेक्टर के लिए बजट में मध्यम बढ़ोतरी कर सकती है। सरकार इस बार भी आधुनिकरण और आत्मनिर्भरता पर खास ध्यान दे सकती है। इसके पहले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार ने डिफेंस सेक्टर के लिए 6.22 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए थे। यह वर्ष 2023-24 की तुलना में 4.79 प्रतिशत ज्यादा था। वर्ष 2024 में एनडीए सरकार के गठन के बाद जुलाई में पेश किए गए बजट में सरकार ने डिफेंस के लिए 1.72 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की घोषणा की थी। इस बजट में बॉर्डर की सड़कों के लिए 6500 करोड़ रुपये, कोस्टल सिक्यॉरिटी के लिए 7,651 करोड़ रुपये और इनोवेशन के लिए 518 करोड़ रुपये शामिल थे।
7 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है पूंजीगत व्यय
एसपर्ट्स की माने तो इस बार भी डिफेंस के लिए पूंजीगत व्यय में 7 से 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जा सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार डिफेंस के लिए 1.9 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए जा सकते हैं। इससे सेना की गाड़ियों और नेवी के लिए आवंटन में बढ़ोतरी की जा सकती है। वहीं वायुसेना के लिए ऐसी कोई खबर नहीं है।