सरकार ने एथनॉल का खरीद मूल्य बढ़ाया

एथनॉल के बढ़े हुए दाम से किसानों को मिलेगा फायदा
सरकार ने एथनॉल का खरीद मूल्य बढ़ाया
Published on

नयी दिल्लीःआपूर्ति वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सी श्रेणी के शीरा से प्राप्त एथनॉल की कीमत (एक्स-मिल) 1.69 रुपये बढ़ाकर 57.97 रुपये प्रति लीटर करने को मंजूरी दे दी। एथनॉल का आपूर्ति वर्ष एक नवंबर से 31 अक्टूबर तक चलता है। चीनी उद्योग के उप-उत्पादों से एथनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मूल्य वृद्धि ऐसे समय में की गई है, जब भारत 2025-26 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास कर रहा है। 

पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य पहले 2030 तक था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने कहा कि बी श्रेणी के भारी शीरा और गन्ना रस/चीनी/शीरा से उत्पादित एथनॉल की कीमतें क्रमश: 60.73 रुपये प्रति लीटर और 65.61 रुपये प्रति लीटर पर यथावत रखी गईं। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि अन्य गन्ना उत्पादों की तुलना में सी श्रेणी के शीरा में बहुत कम चीनी सामग्री होती है। जितना अधिक हम एथनॉल उत्पादन के लिए सी श्रेणी के शीरा को बढ़ावा देंगे, यह किसानों और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद होगा।

कौन करेगा खरीदः सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) सरकार के एथनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत चालू आपूर्ति वर्ष 2024-25 (नवंबर-अक्टूबर) के दौरान संशोधित दरों पर एथनॉल की खरीद करेंगी। सरकारी तेल विपणन कंपनियों का लक्ष्य चालू आपूर्ति वर्ष में 18 प्रतिशत मिश्रण हासिल करना है।

क्या है स्थितिः  सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा एथनॉल मिश्रण 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 2023-24 में 707 करोड़ लीटर हो गया है, जिससे औसत मिश्रण 14.60 प्रतिशत प्राप्त हुआ है। ईबीपी कार्यक्रम से 1,13,007 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है और एक दिसंबर, 2024 तक के दशक में लगभग 193 लाख टन कच्चे तेल के आयात से बचा जा सका है। अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (एआईएसटीए) के चेयरमैन प्रफुल विठलानी ने चुनिंदा मूल्य वृद्धि को एक ‘एहतियाती कदम’ बताया और कहा कि सरकार गन्ना के रस और बी श्रेणी के शीरा से बने एथनॉल की कीमतों में वृद्धि न करके चीनी उत्पादन को बढ़ावा देना चाहती है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in