सोना फिसलकर 1,25,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर

हाजिर सोना 38.47 डॉलर यानी 0.93 प्रतिशत टूटकर 4,087.55 डॉलर प्रति औंस रह गया
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नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुझान के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें गिरकर 1,25,600 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गईं।99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 18 अक्टूबर को 1,32,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना टूटकर 1,25,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी कर सहित) रह गया। शनिवार को यह 1,31,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को चांदी की कीमतें भी गिरकर 1,52,600 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर आ गईं। पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,70,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था।

हाजिर सोना : सर्राफा संघ ने कहा कि दिवाली उत्सव के बीच चार दिनों तक कारोबार बंद रहने के बाद स्थानीय सर्राफा बाजार में कारोबारी गतिविधियां शुक्रवार को फिर से शुरू हो गईं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, पिछले सत्र में 0.67 प्रतिशत बढ़ने के बाद शुक्रवार को हाजिर सोना 38.47 डॉलर यानी 0.93 प्रतिशत टूटकर 4,087.55 डॉलर प्रति औंस रह गया।

तकनीकी सुधार : एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘शुक्रवार को सोने को मजबूती का रुख बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ा क्योंकि बाजार तेजी के रुख के बाद तकनीकी सुधार के दौर में आ गया। सप्ताह की शुरुआत में तेज बिकवाली के बाद व्यापारी सतर्क रहे और ताजा लिवाली से बचते नजर आये।’’

मांग में गिरावट : गांधी ने कहा कि भारत में कई बाजार त्योहारी छुट्टियों के मौसम में बंद हैं, और दिवाली त्योहार खत्म होने के बाद, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सोने के उपभोक्ता भारत में मांग में गिरावट आने की उम्मीद है। विदेशी बाजारों में चांदी हाजिर 1.66 डॉलर टूटकर 48.12 डॉलर प्रति औंस रह गई।

रुपया पांच पैसे मजबूत : भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के संदर्भ में आशावादी रुख और वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से शुक्रवार को रुपया अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले पांच पैसे मजबूत होकर 87.83 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बाजार से निकासी, विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती और घरेलू शेयर बाजारों में कमजोर धारणा ने रुपये में आने वाली भारी तेजी को सीमित कर दिया।

सकारात्मक रुख : मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (जिंस एवं मुद्रा) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशावाद के चलते रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहा है। हमें उम्मीद है कि इस आशावादिता और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के प्रवाह के बीच जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने से रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। भू-राजनीतिक तनाव कम होने से भी रुपये को समर्थन मिल सकता है।’’

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