

मुंबई: विदेशी कोषों की लगातार निकासी, डॉलर के मुकाबले रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर चले जाने और वैश्विक बाजारों के सुस्त रुख के बीच मंगलवार को स्थानीय शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 533 अंक लुढ़क गया जबकि सेंसेक्स में 167 अंक की गिरावट रही।
BSE और NSE का हाल
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 533.50 अंक यानी 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,679.86 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 592.75 अंक गिरकर 84,620.61 अंक तक आ गया था।
एनएसई का 50 शेयरों वाला मानक सूचकांक निफ्टी भी 167.20 अंक यानी 0.64 प्रतिशत गिरकर 25,860.10 अंक पर बंद हुआ। यह शेयर बाजार में गिरावट का लगातार दूसरा दिन रहा। सोमवार को भी बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुए थे।
कंपनियों का रहा ऐसा हाल
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से एक्सिस बैंक में सबसे अधिक 5.03 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा इटर्नल, एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और बजाज फाइनेंस के शेयर भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, टाइटन, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एशियन पेंट्स के शेयरों में तेजी का रुख देखा गया।
अन्य बाजारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक तेज गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में मिला-जुला रुख था। अमेरिकी बाजार सोमवार को नुकसान में बंद हुए थे।
FII ने बिक्री जारी रखी जबकि DII ने खरीद
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,468.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,792.25 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीद की।
रूपया नीचले स्तर पर पहुंचा
अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 26 पैसे टूटकर 91.04 रुपये प्रति डॉलर (अस्थायी) के अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड 1.54 प्रतिशत गिरकर 59.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।