

पटना : पटना की महापौर सीता साहू के बेटे पर नगर निगम के सदन की बैठक में पार्षदों को कथित तौर पर अपशब्द बोलने और धमकाने के आरोप लगे हैं। पुलिस गिरफ्तारी के लिए उसकी तलाश में जुटी है। पार्षद जीत कुमार की शिकायत पर गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज होने के बाद से महापौर का बेटा शिशिर कुमार फरार है।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय के. शर्मा ने बताया, पुलिस ने पहले ही एक टीम गठित कर दी है। तलाश जारी है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एक पार्षद ने आरोप लगाया है कि शिशिर सरकारी काम में दखल दे रहा था। शिशिर पर पार्षदों पर हमला करने और उन्हें धमकाने का आरोप है। रविवार सुबह पुलिस उसके आवास पर गई थी जिसके बाद से वह गिरफ्तारी से बच रहा है। वह पुलिस या अदालत के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए स्वतंत्र है।
एसएसपी ने कहा, शिशिर के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। पिछले दो सालों में पटना के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ शस्त्र अधिनियम और धमकी देने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं।
यह विवाद 11 जुलाई को उस समय शुरू हुआ जब नगर निगम की नौवीं आम सभा की बैठक के दौरान महापौर के बेटे ने कथित तौर पर बाउंसर को बुला लिया। इससे पहले पटना नगर निगम के आयुक्त अनिमेष कुमार पाराशर ने कहा था कि शिशिर पार्षदों को डराने की कोशिश कर रहा है।
शिशिर ने हाल में एक वीडियो बयान में दावा किया कि वह भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं और उन्हें गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने पुलिस से राजनीतिक दबाव में कार्रवाई न करने का आग्रह करते हुए कहा, मेरे खिलाफ प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई उचित नहीं है।