

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य के मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किए जाने के एक दिन बाद विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए लामबंदी तेज हो गई है। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सूत्रों ने शनिवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि गया टाउन विधानसभा सीट से लगातार नौवीं बार चुने गए BJP विधायक प्रेम कुमार को अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है क्योंकि वह पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं।
वहीं, झाझा से JD(U) के विधायक दामोदर रावत का नाम भी चर्चा में है। सूत्रों ने बताया कि जल्द ही विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया जाएगा ताकि सभी 243 निर्वाचित सदस्य शपथ ले सकें और अध्यक्ष का चुनाव कर सकें।
उन्होंने कहा कि विशेष विधानसभा सत्र शुरू करने की तारीख 25 नवंबर को होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में तय की जाएगी।
NDA के एक घटक दल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, राज्यपाल सबसे पहले ‘प्रोटेम स्पीकर’ नियुक्त करेंगे जो नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। सदस्यों के शपथ लेने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा।
सूत्रों ने बताया कि NDA के दोनों मुख्य घटक दल BJP और JDU विधानसभा अध्यक्ष पद पर नजर गड़ाए हुए हैं।
JDU के एक नेता ने कहा, अब गठबंधन सहयोगियों के बीच विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए लामबंदी तेज हो गई है। उनकी बात का समर्थन करते हुए भाजपा के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, लामबंदी जारी है। हमारे सबसे वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार विधानसभा अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।
पिछली NDA सरकार में सहकारिता मंत्री रहे प्रेम कुमार ने इस बार कांग्रेस उम्मीदवार अखौरी ओंकार नाथ को 26,423 मतों के अंतर से हराया। वह 2015 से 2017 तक बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। JDU के सूत्रों ने बताया कि झाझा से विधायक दामोदर रावत का भी नाम इस पद को लेकर चर्चा में हैं।
निवर्तमान विधानसभा में BJP नेता नंद किशोर यादव अध्यक्ष थे, जबकि JDU के नरेंद्र नारायण यादव उपाध्यक्ष थे। सूत्रों ने कहा, JDU नेताओं का एक वर्ग मानता है कि चूंकि BJP के अवधेश नारायण सिंह राज्य विधान परिषद के सभापति हैं, इसलिए विधानसभा अध्यक्ष का पद नीतीश कुमार की पार्टी को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि BJP उपाध्यक्ष का पद ले सकती है।
JDU प्रमुख नीतीश कुमार (74) ने गुरुवार को एक भव्य समारोह में रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। नीतीश कुमार के साथ 26 मंत्रियों ने पद की शपथ ली जिनमें BJP के 14, JDU के 8, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 2 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के एक-एक मंत्री हैं।