Bihar Election : भाजपा का दावा महिला वोटर ने सुशासन के लिए वोट किया

भाजपा नेता ने कहा, 'राजनीतिक पंडितों को बिहार की राजनीति को सिर्फ जाति के चश्मे से देखना बंद करना चाहिए।' ‘M Factor’ यानी ‘महिला फैक्टर’ असली बदलाव का कारक बनकर उभरा है।
Bihar Election : भाजपा का दावा महिला वोटर ने सुशासन के लिए वोट किया
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नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं द्वारा किया गया भारी मतदान एक ‘ऐतिहासिक परिवर्तन’ था। पार्टी ने दावा किया कि महिलाओं ने विकास और सुशासन के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पक्ष में ‘निर्णायक रूप से’ मतदान किया। भाजपा ने कहा, '2014 से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन के लिए सत्ता-समर्थक रुझान भारतीय लोकतंत्र में एक नया आयाम बन गया है, एक ऐसा चलन जो पहले कभी नहीं देखा गया।'

निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आकड़ें

निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में कुल 66.91 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 1951 में हुए पहले राज्य चुनावों के बाद से सबसे अधिक है। राज्य के इतिहास में इस बार सबसे ज्यादा महिला मतदाताओं ने मतदान किया।

निर्वाचन आयोग ने बताया कि छह नवंबर को हुए पहले चरण के मतदान में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 69.04 रहा, जबकि पुरुषों का मतदान प्रतिशत 61.56 रहा। मंगलवार को हुए दूसरे और अंतिम चरण के मतदान में महिलाओं ने फिर से बड़ी संख्या में मतदान किया, जो 74.03 प्रतिशत रहा जबकि पुरुषों का मतदान प्रतिशत 64.1 रहा।

प्रदीप भंडारी ने X पर लिखा

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने मतदाता आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए ‘X’ पर कहा, 'कुल पुरुष-महिला अनुपात महिलाओं के लिए 71.6 रहा, जबकि पुरुषों के लिए यह 62.8 रहा। महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों के मतदान प्रतिशत से 7.48 प्रतिशत अधिक रहा। दूसरे चरण में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों के मतदान प्रतिशत से 9.93 प्रतिशत अधिक रहा।'

उन्होंने कहा, 'इसकी तुलना बिहार के पहले विधानसभा चुनाव (1952) से कीजिए, जब महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले छह प्रतिशत कम था। यह बदलाव ऐतिहासिक है।'

भंडारी ने कहा कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव आजादी के बाद से ‘सबसे ज़्यादा लैंगिक-समावेशी’ चुनाव रहा है। उन्होंने कहा, 'बिहार में महिलाओं ने निर्णायक रूप से मतदान किया है। विकास और सुशासन में विश्वास रखने वाला ‘M Factor’ यानी ‘महिला फैक्टर’ असली बदलाव का कारक बनकर उभरा है।' भाजपा नेता ने कहा, 'राजनीतिक पंडितों को बिहार की राजनीति को सिर्फ जाति के चश्मे से देखना बंद करना चाहिए।'

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