शिक्षा से लेकर राजनीतिक जगत तक सीलबंद 2 पत्रों ने बढ़ायी गहमागहमी

शिक्षा से लेकर राजनीतिक जगत तक सीलबंद 2 पत्रों ने बढ़ायी गहमागहमी
Published on

कोलकाता : शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने एक के बाद एक कई आरोप राज्यपाल व आचार्य डॉ. सी​.वी. आनंदा बोस पर लगाया है। राज्यपाल द्वारा उच्च शिक्षा प्रणाली को बर्बाद करने और विश्वविद्यालयों में कठपुतली शासन चलाने जैसे गंभीर आरोप भी शिक्षा मंत्री द्वारा लगाया गया। इसके एक दिन बाद ही राज्यपाल ने मध्यरात्रि में बड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। शनिवार की रात 11.42 बजे राजभवन की तरफ से जानकारी दी गयी कि राज्यपाल आनंद बोस ने दो गोपनीय सीलबंद पत्रों पर हस्ताक्षर किये हैं। एक पत्र राज्य सचिवालय नवान्न और दूसरा केंद्र सरकार के लिए है। अब इस दो गोपनीय पत्र में क्या है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है और रविवार को इसे लेकर शिक्षा जगत से लेकर राजनीतिक जगत में गहमागहमी जारी रही। क्या आज साेमवार को पत्रों के विषय पर खुलासा हो सकता है ? इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है।

सरकार और राजभवन के बीच जुबानी जंग चरम पर पहुंचा विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर बंगाल सरकार और राजभवन के बीच वाकयुद्ध जारी है। शिक्षा मंत्री ने कुलाधिपति पर विश्वविद्यालयों में 'कठपुतली शासन' चलाने और रजिस्ट्रारों को उच्च शिक्षा विभाग के साथ बैठक नहीं करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया था। वहीं पश्चिम बंगाल एजुकेशनिस्ट्स फोरम ने एक बयान जारी करके 'आधी रात की कार्रवाई पर बोस के बयानों को 'धमकी' बताया।' इससे पहले राज्यपाल ने आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग से धमकी मिलने के कारण 5 अंतरित वीसी ने इस्तीफा दे दिया था। हाल में राज्यपाल ने प्रेसिडेंसी सहित कई विश्वविद्यालयों में अंतरिम वीसी नियुक्त किया है। राज्यपाल के इस कदम की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आलोचना की थी और इसे राज्य-प्रशासित विश्वविद्यालयों के संचालन में हस्तक्षेप का प्रयास बताया था।

राज्यपाल अपना दायित्व निभा रहे हैं : दिलीप : भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा कि राज्यपाल अपना दायित्व निभा रहे हैं। जो चोर है उन्हें ही डर लग रहा है। जिसने चोरी नहीं की है उसे डरने की जरूरत नहीं हैं।

पत्र को लेकर बाद में होगा खुलासा : अधिकारी

एक अधिकारी ने कहा कि पत्रों के विषय के बारे में बाद में पता चलेगा। सूत्रों के मुताबिक यह विषय राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच हालिया जुबानी जंग पर हो सकता है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक संयोग से राज्यपाल ने राजभवन में मुख्य सचिव एचके द्विवेदी के साथ विस्तृत बैठक करने के कुछ घंटे बाद पत्रों पर हस्ताक्षर किये हैं। हालांकि, राज्य सरकार या राजभवन ने बैठक के विषय का खुलासा नहीं किया।

…तो ब्रात्य ने उनकी नींद छीन ली है : कुणाल

राज्यपाल द्वारा नवान्न और दिल्ली में भेजे गये दो गोपनीय सीलबंद पत्र पर गहमागहमी जारी है। इस पर अब तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष की प्रतिक्रिया आयी है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल रात में जगना चाहते हैं। रात्रिकालीन कदम उठाना जो सामान्य नहीं है। दूसरे शब्दों में कहें तो ब्रात्य ने उनकी नींद छीन ली है। वहीं सांसद शांतनु सेन ने कटाक्ष किया कि आधी रात में काम करके दिल्ली में भाजपा के गुड बुक में आना चाहते हैं।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in