सिलीगुड़ी: शहर के 42 नंबर वार्ड अंतर्गत भानु नगर में बीती आठ नवंबर को हुई एक 26 वर्षीया युवती पुष्पा छेत्री की जघन्य हत्या के मामले में नौ दिनों बाद तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। एक की गिरफ्तारी चेन्नई में चार दिन पहले हुई। वह ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जा रहा है। वहीं, भक्ति नगर थाना की पुलिस ने इस मामले में और एक युवक व एक युवती को गिरफ्तार किया है। इन्हें शनिवार को जलपाईगुड़ी जिला अदालत में पेश किया गया जहां पुलिस की अर्जी स्वीकार करते हुए अदालत ने दोनों को पुलिस रिमांड पर दे दिया है। उन्हें रिमांड पर ले कर पुलिस ने उनसे गहन पूछताछ शुरू कर दी है।
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के पूर्वी क्षेत्र के डिप्टी कमिश्नर राकेश सिंह ने शनिवार शाम अपने कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर उपरोक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच हेतु एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम गठित की गई थी। उस टीम ने फीजिकल इंटेलिजेंस, डिजिटल इंटेलिजेंस व सबूतों के आधार पर आगे बढ़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। जांच में पता चला कि गत सात नवंबर की शम बागराकोट निवासी दो लोग वहां से रात 10 बजे सिलीगुड़ी के भानु नगर के लिए रवाना हुए। वे सेवक रुके भी। रात लगभग 10 बजे वे भानुनगर पहुंचे। वहां एक जगह आधे-पौन घंटे ठहरे रहे। फिर, 10:45 से 11:00 बजे रात के बीच वारदात को अंजाम देकर वापस चले गए।
उनमें से एक अगले दिन एनजेपी स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर चेन्नई चला गया। उसकी पहचान 35 वर्षीय अभिषेक दोर्जी के रूप में हुई है। वह बागराकोट का ही निवासी है लेकिन लेकिन चेन्नई में रह कर वहां एक बड़े होटल के किचन में काम करता है। वहीं, वारदात में उसका साथी रुस्तम विश्वकर्मा बागराकोट का ही रहने वाला है। जब अभिषेक के चेन्नई चले जाने की जानकारी मिली तो यहां से पुलिस की एक स्पेशल टीम भी चेन्नई गई। वहां उसे पकड़ा व पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि उसने व रुस्तम ने मिल कर हत्या की है लेकिन यह हत्या सुपारी लेकर की गई है। हत्या करवाने वाले कोई और हैं। उनके बारे में उसने बताया कि हत्या करवाने हेतु बागराकोट के ही रहने वाले अरुण पोटेल की पत्नी कृतिका पोटेल उन लोगों को एक लाख रुपये की सुपारी दी थी। उस राशि में से आधी राशि यानी 50 हजार रुपये का भुगतान एडवांस में हुआ और बाकी राशि वारदात के बाद दिए जाने की बात थी।
डीसीपी ने बताया कि अभिषेक की निशानदेही पर ही शनिवार सुबह सिलीगुड़ी के सेवक रोड के एक मॉल के पास से उसके साथी रुस्तम विश्वकर्मा को पकड़ा गया। इसके साथ ही हत्या की सुपारी देने वाली कृतिका को भी बागराकोट स्थित उसके घर से पकड़ा गया। उसका पति अरुण पोटेल अर्धसैन्य बल में सरकारी नौकरी पर है। पंजाब में उसकी पोस्टिंग है। उसे भी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर गिरफ्तार किया जाएगा। क्योंकि, इस हत्याकांड में उसकी भी संलिप्तता है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि अरुण पोटेल बीते दो-ढाई वर्षों से पुष्पा छेत्री संग विवाहेतर संबंध में था। मगर, इधर वह इस संबंध से बाहर निकलना चाहता था लेकिन निकल नहीं पा रहा था। वहीं, उसकी पत्नी कृतिका भी पुष्पा को रास्ते से हटाना चाहती थी इसीलिए उसने उसकी हत्या करवाई। याद रहे कि बीती आठ नवंबर की रात सिलीगुड़ी के भानु नगर में पुष्पा छेत्री अपने किराये के फ्लैट में मरी पाई गई थी। उसकी पड़ोसन ने जब कमरे में फर्श पर उसका गला कटा शव देखा तो मानो उसके होश उड़ गए। इसकी सूचना मिलने पर भक्ति नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची व शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हेतु नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पटिल भिजवाया।
वहीं, अज्ञात लोगों के नाम प्राथमिकी दर्ज कर ली। उसके अगले दिन पुष्पा के माता-पिता बागराकोट से यहां आए और उन्होंने उसकी हत्या की प्राथमिकी दर्ज की। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह आया कि किसी भारी धारदार हथियार से पुष्पा के गले को गहरे काट कर उसकी हत्या की गई। उल्लेखनीय है कि मूल रूप से डूआर्स के बागराकोट की रहने वाली पुष्पा सिलीगुड़ी में बीते दो-ढाई वर्षों से काम करती थी। वह भानु नगर में किराये के मकान में रहती थी।