अभिषेक के नेतृत्व में राजघाट पर टीएमसी ने किया प्रदर्शन
सन्मार्ग संवाददाता
नयी दिल्ली/ कोलकाता : तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि जिस तरह से हमें शुरुआत से ही रोकने की कोशिश की गयी है उससे साफ है कि ये लोग डरे हुए हैं। हमलोगों को बोलने से भी रोक रहे हैं।
बीजेपी पहले ही डर गई है। हमारे दो दिवसीय कार्यक्रम को रोकने का पूरा प्रयास किया गया। कभी ट्रेन नहीं दिया गया। कभी फ्लाईट रद्द कर दी गयी। केंद्रीय मंत्री नहीं मिल रहे हैं। अब प्रेस कांफ्रेंस भी पुलिस नहीं करने दे रही है। जैसा कि मैंने कहा था कि 2-3 अक्टूबर को दिल्ली में हमारे दो दिवसीय कार्यक्रम को रोकने के लिए बहुत प्रयास किए गए और साजिश की गई। पहले अनुमति नहीं दी गई। केंद्र से पश्चिम बंगाल के लिए निधि की मांग करते हुए सोमवार को राजघाट पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ शांतिपूर्ण धरना दिया। लोकसभा सदस्य ने महात्मा गांधी की जयंती पर यहां उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ पश्चिम बंगाल से आए पार्टी के सांसद, राज्य के विधायक एवं मंत्रियों सहित सैकड़ों पुरुष और महिलाएं थीं।
तख्ती लेकर राजघाट पर दिया धरना : अभिषेक बनर्जी काले रंग की एक तख्ती लिए हुए थे जिस पर लिखा था-‘केंद्र बंगाल के लिए निधि जारी करो’। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य के 15,000 करोड़ रुपये बकाया हैं।
टीएमसी ने केंद्र पर मनरेगा को नष्ट करने का आरोप लगाया और कहा कि यह महात्मा गांधी का अपमान है, जिनके नाम पर इस योजना का नाम रखा गया। उन्होंने कहा कि ‘क्या यह लोकतंत्र है? केंद्र राजनीतिक फायदे के लिए योजनाओं का इस्तेमाल कर रहा है। यह गरीबों और महात्मा गांधी का अपमान है, जिनके नाम पर मनरेगा का नामकरण किया गया।
कूचबिहार की टीएमसी नेता चैती बर्मन बरुआ ने कहा कि वे दिल्ली आयी हैं ताकि उनकी आवाज सुनी जा सके। उन्होंने कहा, ‘लोग कष्ट झेल रहे हैं और केंद्र सरकार ने मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया है। हम यहां अपनी आवाज उठाने आए हैं। बंगाल के पुरुलिया से आए जॉय बनर्जी नाम के व्यक्ति ने आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं का जिन रेलगाड़ियों और उड़ानों से दिल्ली आने का कार्यक्रम था उन्हें रद्द कर दिया गया।