इस बार महानगर में नहीं होगा जलजमाव, केएमसी की तैयारी पूरी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर में मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में कोलकाता नगर निगम की ओर से भी बारिश को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बार जलजमाव की समस्या से निपटने के लिये मानसून की दस्तक के साथ ही केएमसी अलर्ट है। वहीं केएमसी की ओर से भी दावा किया गया है कि इस बार बारिश में महानगर की सड़कों पर जमजमाव की समस्या नहीं होगी। इस बारे में जल निकासी विभाग के मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह ने कहा कि इस बार मानसून के पहले ही जमजमाव की समस्या से निजात के लिए हम तैयार हैं। इसके तहत कोलकाता के कई इलाकों में काम पूरा भी हो गया है। मालूम हो कि कोलकाता नगर निगम की ओर से महानगर की पांच प्रमुख सड़कों बालीगंज स्थित मंडेविला गार्डेंस, कॉर्नफील्ड रोड, वार्ड 45 स्थित बोनफील्ड लेन, दक्षिण कोलकाता स्थित जवाहर लाल नेहरू रोड और मध्य कोलकाता स्थित स्ट्रैंड रोड पर मरम्मत का काम किया जा रहा था जहां लगभग काम पूरा हो गया है। बालीगंज में अभी थोड़ा काम बाकी है जो आने वाले 4 से 5 दिनों में पूरा कर लिया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पारस मंदिर के पास पंपिंग स्टेशन का काम चल रहा है जो 26 जून तक पूरा हो जायेगा। इस काम के पूरा होते ही यहां भी पानी जमने की समस्या नहीं होगी।
ज्यादा बारिश हुई तो हो सकती है समस्या
मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह ने कहा कि मानसून काे लेकर केएमसी ने पूरी तैयारी कर ली है। इस बार जलजमाव की कोई समस्या नहीं होगी लेकिन अगर बारिश तेज हुई तो जलजमाव हो सकता है पर घबराने की कोई बात नहीं है। यह समस्या ज्यादा देर तक नहीं होगी। थोड़े ही देर में पानी निकल जायेगा।
कहां-कहां होता है अधिक जलजमाव
महानगर के कई भागों में जलजमाव की समस्या सबसे ज्यादा होती है। इसकी सूची भी पिछले दिनों कोलकाता पुलिस ने केएमसी को सौंपी है। इनमें पार्क सर्कस क्राॅसिंग, अम्हर्स्ट स्ट्रीट, अलीपुर, खिदिरपुर सहित कई इलाकों को चिह्नित किया गया है, जहां बारिश के दौरान सड़कों पर लंबे समय तक जलजमाव की समस्या रहती है। वहीं इसे लेकर भी मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह ने बताया कि सूची मिलने के बाद विभाग के कर्मियों द्वारा उन सड़कों का दौरा किया गया, जिन सड़कों पर समस्या थी उसे लगभग ठीक कर दिया गया है।
पम्पिंग स्टेशन के रखरखाव पर विशेष ध्यान
जलजमाव की समस्या से निपटने के लिये पम्पिंग स्टेशनों के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पहले जहां 76 पम्पिंग स्टेशन में 100 पम्प खराब ही रहते थे वहां पर अब सारे पम्पिंग स्टेशन सुचारू रूप से चल रहे हैं। ऐसे में जब बारिश की संभावना होती है तो कोलकाता नगर निगम की निकासी विभाग की टीम की ओर से जगह-जगह पोर्टेबल पंप लगाया जाता है ताकि पानी आसानी से निकल सके।
कोलकाता में नहीं होगा Water Logging
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