सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : भीषण गर्मी में महानगर के कई इलाकों में पानी की किल्लत होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोलकाता नगर निगम के जलापूर्ति विभाग के सूत्रों के अनुसार गर्मी के मौसम के शुरूआत होते ही महानगर में पानी की मांग बढ़ जाती है। उत्तर कोलकाता की तुलना में दक्षिण कोलकाता में पेयजल की किल्लत अधिक होती है। जलापूर्ति की समस्या को दूर करने के लिए केएमसी द्वारा विभिन्न वार्ड में बूस्टर पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। इस पंपिंग स्टेशन के तैयर होने से अगले वर्ष महानगर में पेयजल की किल्लत नहीं होगी। गौरतलब है कि दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज और जादवपुर के कई इलाकों में पेयजल की समस्या सामने आई है। इसमें वार्ड नंबर 105, वार्ड 111 और वार्ड 112 प्रमुख हैं। वार्ड नंबर 111 के अताबगान, ब्रह्मपुर, नाथपाड़ा, गीतांजलि पार्क, शांति सरणी और रवींद्रपल्ली इलाके में गर्मी के कारण पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। केएमसी सूत्रों के अनुसार, टॉलीगंज और जादवपुर के कई हिस्सों में जलापुर्ति इलाके में स्थित डीप ट्यूबवेल पर निर्भर करती है। निगम सूत्रों के अनुसार कुछ डीप ट्यूबवेल खराब अवस्था में पड़े हैं। इन सभी का मरम्मत कार्य जारी है। ट्यूबवेल खराब होने के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड नंबर 95 के अरविंदनगर कॉलोनी में भीषण गर्मी के कारण लोगों को पीने के किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं मध्य कोलकाता के बउबाजार इलाका में भी लोगों को पानी के किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय पार्षद विश्वरूप डे ने पिछले साल निगम के मासिक अधिवेशन में शिकायत की थी कि एक साल से निगम के जलापूर्ति विभाग के डीजी से इलाके में कई बार जलापूर्ति के लिए अंडरग्राउंड पाइप लगाने को कहे जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। गर्मी के समय भूगर्भ पानी का दबाव और भी कम हो जाता है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।जलापूर्ति विभाग के सूत्रों के अनुसार निगम द्वारा दिन में तीन बार पानी की आपूर्ति की जाती है। गर्मी में पानी के अधिक इस्तेमाल होने से बस्ती इलाके में वाटर टैप और कॉलनी इलाकों में निगम के कंटेनरों की पर लंबी कतार दिखने लगती है। केएणसी के जलापूर्ति विभाग केएक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कि जिन इलाकों में पेयजल कमी की शिकायत सामने आ रही है उन सभी इलाकों में निगम द्वारा वाटर टैंकर भेजे जा रहे हैं। किसी भी वार्ड में पेयजल की समस्या सामने आने पर विभाग द्वारा त्वरीत कार्रवाई की जा रही है।