कोलकाता : राशन भ्रष्टाचार मामले के साथ-साथ संदेशखाली में जमीन हड़पने से जुड़े मामलों में ईडी ने कोर्ट में कई अहम खुलासे किये हैं। ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट में यह दावा किया कि भूमि अधिग्रहण के लिए मनी लांड्रिंग की गयी थी और इसका हिस्सा शाहजहां ने अपने भाई आलमगीर को दिया था। वहीं उसके समर्थक दीदार को एसके सबीना फिशरीज से 7 करोड़, 74 लाख 57 हजार रुपये मिले थे। इसमें से उन्होंने दो करोड़ से अधिक की नकदी निकाली है। शिवप्रसाद हाजरा को 50 लाख रुपये मिले थे। हालांकि, उनके बैंक खाते में अलग-अलग समय में भारी मात्रा में पैसे जमा किए गए हैं। ईडी के मुताबिक, विभिन्न लोगों के बयानों से पता चला है कि आरोपियों को इस पैसे का एक हिस्सा मिला था।शाहजहां के भाई आलमगीर को शाहजहां शेख की कंपनी एसके सबीना फिशरीज से दो करोड़ एक लाख रुपये मिले थे। आलमगीर को मछली आपूर्ति के नाम पर पैसा दिया गया था लेकिन हकीकत में कोई मछली आपूर्ति नहीं की गई। ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट में यह दावा किया। उन्होंने आगे दावा किया कि यह पैसा वास्तव में भूमि अधिग्रहण के पैसे को सफेद करने के लिए आलमगीर के खाते में भेजा गया था। शाहजहां के दो चेले शिबू और दीदार बक्स मोल्ला को भी धन दिया गया था। कोर्ट ने तीन लोगों को 22 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।