उत्पादन बढ़ा,10 जिलों में प्याज यूनिट बनाने की तैयारी

उत्पादन बढ़ा,10 जिलों में प्याज यूनिट बनाने की तैयारी
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सबिता, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : राज्य में पहले की तुलना में प्याज का उत्पादन बढ़ा है। अब प्याज उत्पादन में बढ़ोतरी को देखते हुए इसके रखरखाव के लिए स्टोरेज बढ़ाये जा रहे हैं। कृषि विपणन विभाग के अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नये साल में 10 जिलों में करीब 750 प्याज यूनिट तैयारी होंगी। इसकी क्षमता करीब 18500 मीट्रिक टन (MT) तक रखने की होगी। वर्तमान में प्याज स्टोरेज की क्षमता 48500 मीट्रिक टन के करीब है। यहां बता दें कि आलू के स्टोरेज या कोल्ड स्टोरेज से अलग होता है प्याज रखने का स्टोरेज। इसके लिए पर्याप्त जगह की आवश्यकता हाेती है ताकि प्याज को जल्द नुकसान ना पहुंचे। कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि सीएम ममता बनर्जी के निर्देश पर हमलोग अधिक से अधिक स्टोरेज की संख्या बढ़ा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि प्याज की कीमतें सामान्य है। पहले जिस तरह से प्याज के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता थी अब वह खत्म हो गयी है। बंगाल में प्याज के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।

मुख्य बातें

* वर्तमान में 48500 मीट्रिक टन स्टोरेज क्षमता है

* 18500 मीट्रिक टन और प्याज रखने के लिए स्टोरेज तैयार

* इन जिलों में तैयार होंगी नयी यूनिट्स

* मालदह, मर्शिदाबाद, नदिया, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हुगली, पूर्व बर्दवान, बांकुड़ा, बीरभूम तथा पश्चिम मिदनापुर

सब्ज्यिों की कीमतों पर नजर

विभागों तथा टास्क फोर्स द्वारा लगातार सब्जियों की कीमतों पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल हरी सब्जियां ज्यादातर 40 रुपये प्रति किलो के भीतर है। वहीं सुफल बांग्ला के स्टॉलों पर भी बाजार दर की तुलना में उससे कम दर पर सब्जियां उपलब्ध हो रही है। वर्तमान में 750 सुफल बांग्ला स्टॉल हैं जिनमें 84 स्थायी हैं और बाकी मोबाइल यूनिटें हैं।

बढ़ेगी क्रय सेंटर की संख्या

कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा कि किसानों को लाभ मिले, इसके लिए सभी उपाय किये जा रहे हैं। क्रय सेंटर की संख्या बढ़ेगी। दरअसल, किसानों को उनके उत्पादन का सीधा लाभ पहुंचाने का माध्यम क्रय सेंटर है। क्रय सेंटर (खरीद केंद्र) से ही सब्जियां सुफल बांग्ला के लिए खरीदी जाती हैं। कृषि विपणन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर तक और 6 क्रय सेंटर की संख्या बढ़ायी जायेगी। इस तरह से कुल सेंटर की संख्या 150 तक पहुंच जायेगी।

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