बसों की कतारें बढ़ा रही हैं दुर्घटनाएं
बेहला चौरास्ता से जोका के बीच देखी गयीं समस्याएं
कोलकाता : महानगर में पार्किंग एक बड़ी समस्या है। गाड़ियों को पार्क करने के लिए अगर उचित स्थान न मिले तो लोग उसे सड़क केे किनारे पार्क कर देते हैं। यही कारण है कि रात के समय महानगर की सड़कों की दोनों तरफ साइडों में पार्किंग होने से सड़कें संकरी होती जा रही हैं। इससे आए दिन जाम की समस्या से लोग परेशान होते हैं। ऐसी ही समस्या बेहला चौरास्ता से जोका के बीच देखी गयी है, जहां निजी बसें और मिनी बसें सड़क के दोनों ओर कभी दो कतारों में तो कभी तीन कतारों में खड़ी रहती हैं। इससे हादसों का खतरा बढ़ रहा है। इसे लेकर पुलिस ने बस मालिकों को साफ-साफ कह दिया है कि अगर रात में बसें खड़ी करनी हैं तो कई कतारें नहीं लगाई जा सकती हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बस मालिकों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। बता दें कि डायमंड हार्बर रोड के चौड़ीकरण के बाद भी हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि 2022 में तारातल्ला मोड़ से जोका तक हादसों में 12 लोगों की मौत हो गई। उन तमाम घटनाओं की जांच में अनियंत्रित पार्किंग की यह तस्वीर सामने आई है। जांचकर्ताओं ने पाया कि रात में बेहला चौरास्ता से जोका तक सड़क के दोनों ओर 7 रूट की बसें और मिनी बसें खड़ी रहती हैं। कुल मिलाकर इनकी संख्या लगभग 70 रहती है। उन्हें हर जगह पार्क करने से वाहनों की गति बाधित होती है, जिससे वाहनों को कहीं भी जाने के लिए केवल एक लेन खाली रह जाता है। इससे हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस बार ठाकुरपुकुर के ट्रैफिक गार्ड ने बस मालिकों के साथ उन बसों को निर्धारित स्थान पर ही खड़ी करने को लेकर बैठक की। इस दौरान पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। उस बैठक में पुलिस ने रात में बसों को कतार में खड़ा करने की जानकारी दी थी। कहीं भी सड़क जाम कर बसों को नहीं रोका जाए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अगर बेहला चौरास्ते से जोका तक डायमंड हार्बर रोड के हिस्से में सड़क के दोनों ओर पार्किंग व्यवस्था नियम के तहत कर दी जाए तो हादसों का खतरा कम होगा, साथ ही वाहनों की रफ्तार भी बढ़ेगी।
महानगर में सड़क किनारे बसों की Parking ने बढ़ाई परेशानी
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