पूर्व मेदनीपुर : गले का हार, अंगूठी और सोने के जेवरात को गिरवी रखकर ओडिशा ट्रेन दुर्घटना से घर आये बेटे के शव को परिजनों ने एंबुलेंस वाले से लिया। दरअसल, दो दिन पहले सद्दाम शेख कोरोमंडल एक्सप्रेस में सफर कर रहे थे। अचानक हुई उस दुर्घटना में उसकी मौत हो गई जिसके बाद मानवता को शर्मसार करते हुये जब एम्बुलेंस वाला घर आया तो उसने शव लौटाने से पहले पैसे मांगे। परिजनों के पास किराया चुकाने के पैसे नहीं थे इसलिये उन्होंने शव को छुड़ाने के लिये गले का हार और अंगूठी गिरवी पर रख दिया। हालांकि, राज्य और केंद्र ने घायलों को हर तरह की मदद की बात कही है। रेलवे विभाग ने मृतकों के शवों को उनके घर तक नि:शुल्क पहुंचाने की व्यवस्था की है।लेकिन सद्दाम शेख के रिश्तेदारों ने कुछ और ही कहा है। अपने रिश्तेदार का शव लाने के लिए गरीब परिवार को 15 हजार रुपए खर्च करने पड़े। सद्दाम शेख के रिश्तेदार नजरूल शेख ने अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ओडिशा से शव लाने के लिए उन्हें कोई मदद नहीं मिली। शवों के ढेर में अपने रिश्तेदार का शव मिलने के बाद, उन्होंने इसे ओडिशा से लाने की व्यवस्था करने के लिए प्रशासन से संपर्क किया। बिना मदद के शव को ले जाने के लिए उन्हें एंबुलेंस चालक के हाथ-पांव पकड़ने पड़े। अंतत: चालक बीस हजार रुपये के बदले में शव को गांव पहुंचाने को तैयार हो गया। वे गांव आए और गहनों को गिरवी रखकर एंबुलेंस का किराया चुकाया।