अब राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में होगी ई-प्रिस्क्रिप्शन की सुविधा, ऐसे होगा काम | Sanmarg

अब राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में होगी ई-प्रिस्क्रिप्शन की सुविधा, ऐसे होगा काम

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अस्पतालों में डॉक्टर्स व असिस्टेंट को दी जा रही है विशेष ट्रेनिंग
अब बांकुड़ा में रहकर मिल जायेगी कोलकाता के मरीज की जानकारी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : डिजिटल इंडिया पहल को बढ़ावा देने और मरीजों की सुविधा तथा कार्य में सहूलियत को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में जल्दी ही ई-प्रिस्क्रिप्शन पद्धति चालू करने वाला है। अक्सर देखा जाता है कि डॉक्टरों द्वारा प्रिस्क्रिप्शन पर लिखी गयी दवाओं के नाम न समझ पाने के कारण दुकानदार दवा नहीं दे पाते हैं, लेकिन कई मामलों में यह मरीज के लिए भारी नुकसान की वजह भी बन जाती है। दवाओं के नाम सही से न समझ पाने की स्थिति में मरीज को गलत दवा भी दे दी जाती है जिस कारण मरीज की जान पर भी बन आती है। ऐसा ही एक बार एक मरीज के साथ हुआ जब वह अस्पताल में डॉक्टर दिखाकर लौट रहा था और उसने प्रिस्क्रिप्शन के जरिये दवाई लेने की कोशिश की लेकिन डॉक्टर की हैंडराइटिंग के कारण दवाइयों का नाम ही नहीं पता चल पाया था। ऐसी घटनाओं को ही देखते हुए अब ई-प्रिस्क्रिप्शन की पद्धति शुरू होनेवाली है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में हाथ से लिखे प्रिस्क्रिप्शन को बंद करने की योजना बना रहा है। इसके बदले अब ई-प्रिस्क्रिप्शन यानी डॉक्टर कंप्यूटर में टाइप करके दवाई लिखकर ​​देंगे। स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम की ओर से मेडिकल कॉलेज स्तर के सभी अस्पतालों के अधीक्षकों को निर्देश दिये गये हैं। स्वास्थ्य अधिकारी सिद्धार्थ नियोगी ने कहा कि इसे लेकर डॉक्टर्स और असिस्टेंट को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है, साथ ही अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जा रहा है। एक स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक इससे एक तरफ जहां पर्ची पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वहीं सरकारी अस्पताल में इलाज करा रहे हर मरीज की जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग के पास सुरक्षित रहेगी। उदाहरण के तौर पर बांकुड़ा जिला अस्पताल के डॉक्टरों को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के एक मरीज की पूरी जानकारी सिर्फ एक क्लिक में मिल जायेगी। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार पहले चरण में राज्य के 915 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 201 में ई-प्रिस्क्रिप्शन शुरू किया जाएगा। महकमा, जिला से लेकर स्टेट जनरल व सुपरस्पेशिलिटी स्तर के अस्पतालों के कम से कम 50 प्रतिशत वार्डों में यह व्यवस्था लागू की जायेगी। सभी मेडिकल कॉलेजों को कम से कम दो विभागों में ई-प्रिस्क्रिप्शन शुरू करने का निर्देश दिया गया है। एसएसकेएम के कुछ विभागों, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और जिले के कुछ अस्पतालों में ई-प्रिस्क्रिप्शन शुरू हो गया है। राज्य के मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज चक्रवर्ती ने कहा कि आजकल सब कुछ डिजिटल हो रहा है। ई-प्रिस्क्रिप्शन भी इसी कड़ी एक हिस्सा है।

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