संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में नया मोड़, सामने आया बंगाल के दो युवकों का कनेक्शन | Sanmarg

संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में नया मोड़, सामने आया बंगाल के दो युवकों का कनेक्शन

नई दिल्ली:  देश की संसद में बुधवार को हुए स्मोक कांड का बंगाल कनेक्शन सामने आया है। संसद में स्मोक कांड के मास्टरमाइंड ललित झा ने बुधवार को संसद भवन में स्मोक कांड की घटना के ठीक बाद बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के हालीशहर के युवक नीलाक्ष आइच को व्हाट्सएप पर अपना वीडियो भेजा। संसद हमले के ठीक 24 घंटे बाद गुरुवार दोपहर पुलिस नीलाक्ष के घर पहुंची। दोपहर करीब 2 बजे, बैरकपुर कमिश्नरेट के कुछ पुलिसकर्मी हालीशहर के जेटिया में नीलाक्ष के घर पहुंची। नीलाक्ष से बुधवार के संसद हमले के बारे में पुलिस ने पूछताछ की। इसके साथ ही पुलिस ने नीलाक्ष से ललित के साथ उसके रिश्ते के बारे में भी पूछा कि उसकी मुलाकात उससे कैसे हुई?

बता दें कि नीलाक्ष बिधाननगर कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है। हालांकि, वह अपनी पढ़ाई के दौरान समाज सेवा का काम करता है। उनका अपना एनजीओ भी है। नीलाक्ष ने पुलिस को बताया कि इसी एनजीओ के जरिए उसकी ललित से बात हुई थी।

ललित झा के बंगाल कनेक्शन का पता चला

पुलिस अब बुधवार दोपहर संसद पर हुए हमले के मामले में ललित की तलाश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक संसद हमले के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, उनसे पूछताछ के बाद ललित के बारे में पता चला। यह भी पता चला है कि ललित कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल में सामाजिक सेवा गतिविधियों में शामिल था। वह एक एनजीओ के लिए काम करता था और कोलकाता में रहता था।

इसके बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स में ललित के दोस्त नीलाक्ष का नाम सामने आया। नीलाक्ष ने खुद कहा कि ललित ने उन्हें संसद की घटना का वीडियो व्हाट्सएप पर भेजा था। लोकसभा सत्र के दौरान बुधवार दोपहर 1 बजे के कुछ देर बाद दो युवकों ने संसद पर स्मोक बम से हमला कर दिया। गैलरी में दर्शकों की सीटों से, उन्होंने ‘तानाशाही नहीं चलेगा’ के नारे लगाए और सांसदों की मेज पर कूद पड़े। उसने पीले रंग का धुएं वाला बम फेंका। नीलाक्ष ने मीडिया को बताया कि उन्होंने उस समय वीडियो नहीं देखा क्योंकि वह कॉलेज में था। बाद में उन्होंने देखा और ललित से जानना चाहा कि उन्होंने विरोध में क्या किया।

स्मोक कांड का वीडिया नीलाक्ष को भेजा

नीलाक्ष और ललित की यह बातचीत सामने आने के कुछ ही घंटों के भीतर बैरकपुर कमिश्नरेट की पुलिस नीलाक्ष के घर पहुंच गई। नीलाक्ष ने पुलिस को बताया कि उसने ही ललित से अपने एनजीओ में शामिल होने का अनुरोध किया था, जो कुछ महीने पहले खोला गया था। ललित ने भी उनके अनुरोध का जवाब दिया। तब से वे एक साथ काम कर रहे हैं।

नीलाक्ष से जानना चाहा कि क्या उसने ललित को आमने-सामने देखा है? उनकी आमने-सामने बातचीत हुई? नीलाक्षा ने अस्पष्ट उत्तर दिया कि वे एक-दूसरे को व्यक्तिगत स्तर पर जानते हैं। आमने-सामने बातचीत भी हुई।

 

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