

मिरिक : भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नेपाली भाषा के संरक्षण और प्रोत्साहन की दिशा में एक सराहनीय पहल मिरिक में देखने को मिल रही है। गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन की हालिया अधिसूचना के तहत भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा की मिरिक टाउन कमेटी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कमेटी ने सरकारी, गैर-सरकारी, वाणिज्यिक संस्थानों, दुकानों, नगर पालिकाओं, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायत कार्यालयों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि वे अपने साइनबोर्ड और नामपट्ट नेपाली भाषा में प्रदर्शित करें। इस निर्देश का सकारात्मक प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। मिरिक क्षेत्र के अधिकतर दुकानदारों और संस्थानों ने अपने साइनबोर्ड अब नेपाली में लगाने शुरू कर दिये हैं। यह कदम न केवल नेपाली भाषा की उपस्थिति को सार्वजनिक जीवन में मजबूत करता है बल्कि क्षेत्रीय सांस्कृतिक पहचान को भी सशक्त करता है।