

कोलकाताः पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा मुर्शिदाबाद में प्रस्तावित बाबरी मस्जिद-शैली की मस्जिद के लिए मिले चंदे की राशि लगभग तीन करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। विधायक के सहयोगियों ने मंगलवार को यह दावा किया।
कबीर ने शनिवार को मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर में इस मस्जिद का शिलान्यास किया था। कबीर के अनुसार, स्थल पर 12 दान पेटियां रखी गई थीं। अब तक इन पेटियों से 57 लाख रुपये की गिनती हुई है, जबकि क्यूआर कोड भुगतान के माध्यम से 2.47 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। योगदान के लिए शिलान्यास स्थल पर एक दान पेटी अब भी रखी हुई है।
गौरतलब है कि हुमायूं कबीर द्वारा मुर्शिदाबाद जिले में ‘बाबरी मस्जिद’ की शैली में मस्जिद बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत कल शाम तक करीब 1.3 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। कबीर के करीबी लोगों ने बताया था कि चंदे के लिए जगह-जगह लगाए गए दानपत्र लगभग भर चुके हैं और नकदी गिनने वाली मशीनों की मदद से रात भर चंदे की गिनती चलती रही। उन्होंने बताया कि लोग दान नकदी और ऑनलाइन दोनों तरीके से दे रहे हैं।
शनिवार को रखी थी मस्जिद की आधारशिला
कबीर ने शनिवार को अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच मुर्शिदाबाद के रेजिनगर में मस्जिद की आधारशिला रखी थी। उन्होंने जानबूझकर छह दिसंबर का दिन चुना, जो अयोध्या में ‘बाबरी मस्जिद’ के विध्वंस की वर्षगांठ है। उनके इस कदम से बंगाल का सियासी पारा चढ़ गया है जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
12 बड़े-बड़े दानपात्र रखे गये थे
कबीर ने छह दिसंबर को शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर 12 बड़े स्टेनलेस स्टील के दान पात्र रखे थे और लोगों से चंदे की अपील की थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि तब से समर्थक नकदी और यहां तक कि मस्जिद निर्माण के लिए ईंटें लेकर आ रहे हैं। नकदी की गिनती रविवार शाम सात बजे शुरू हुई और मध्य रात्रि तक जारी रही। 30 लोगों की एक टीम विशेष मशीनों का उपयोग करके रुपये की गिनती कर रही थी।