सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि केंद्र में सत्तावादी सरकार का ‘एजेंसी राज’ है जो उनके कार्य को चुनौतीपूर्ण बना रहा है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने ट्विटर पर कहा, ‘इस दिन 2011 में हमने 34 साल पुराने राक्षस शासन को बदलने और पश्चिम बंगाल में ‘मां, माटी, मानुष’ सरकार की शुरुआत करने की शपथ ली थी। हम आज प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करते हैं और खुद को फिर से लोगों की समस्याओं के प्रति समर्पित करते हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा,‘केंद्र में सत्ताधारी सरकार का एजेंसी राज हमारे कार्य को चुनौतीपूर्ण बनाता है, लेकिन देश भर में लाखों लोग हमारे साथ हैं। 20 मई अमर रहे।’
2,000 के नोटों को हटाना एक और तुगलकी नोटबंदी ड्रामा
इधर, आरबीआई द्वारा 2,000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से हटाने के निर्णय पर ममता बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने इसे एक और तुगलकी नोटबंदी ड्रामा बताया और कहा कि इससे आम लोगों पर भारी असर पड़ेगा। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘2,000 रु. के नोटों के एक और सनकपूर्ण और तुगलकी नोटबंदी ड्रामे से एक बार फिर आम लोगों पर काफी असर पड़ेगा और उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। यह निरंकुश उपाय इस शासन की मूल रूप से जनविरोधी और पूंजीवादी प्रकृति को छिपाने के लिए हैं।’ उन्होंने कहा कि एक निरंकुश सरकार द्वारा इस तरह के दुस्साहस को बड़े पैमाने पर लोग गणना के समय नहीं भूलेंगे। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी शनिवार को राज्य सरकार की ओर से सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती घोटाले में पूछताछ के लिए निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दफ्तर पहुंचे। यहां उल्लेखनीय है कि अभिषेक बनर्जी 25 अप्रैल से ‘तृणमूल नबो ज्वार’ के हिस्से के रूप में दो महीने तक चलने वाली ‘जोनो संजोग यात्रा’ पर हैं। सीबीआई द्वारा तलब किए जाने के कारण उन्हें यात्रा को बीच में रोकना पड़ा और शुक्रवार रात कोलकाता लौटना पड़ा।