

कोलकाता: बिहार के मुंगेर से एक बार फिर बंगाल में हाइटेक हथियारों की तस्करी तेज हो गयी है। खासतौर पर बांग्लादेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर बिहार से अवैध हथियार लाकर बंगाल के रास्ते उसे सीमा पार बांग्लादेश भेजा जा रहा है। बंगाल के सीमावर्ती इलाकों से बांग्लादेश में होने वाली हथियारों की तस्करी की रोकथाम के लिए बंगाल पुलिस की एसटीएफ ने कमर कस ली है। सोमवार की सुबह उत्तर 24 परगना के गोबरडांगा इलाके से 4 पिस्तौल के साथ पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। इस बीच बनगांव के गोपालनगर से बिहार के मुंगेर में हाइटेक हथियार खरीदने गए दो हथियार तस्करों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से पेन पिस्तौल बरामद की गयी। इन अत्याधुनिक हथियारों के तस्करों के पास से मिलने से पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। पेन पिस्तौल खासतौर पर हाई वैल्यू टार्गेट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह हथियार पहली बार मुंगेर में मिला है। इसके बाद से ही बिहार के साथ बंगाल पुलिस भी इस तरह के हथियारों की तस्करी को लेकर सतर्क हो गयी है। राज्य के खुफिया विभाग ने बंगाल एसटीएफ को नजर रखने को कहा है।
बनगांव के गोपालनगर से मुंगेर पहुंचे थे तस्कर: पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ दिनों पहले बनगांव के गोपालनगर के दो हथियार तस्कर मुंगेर से हथियार खरीदने के लिए वहां के तस्करों से संपर्क किया। इसी हथियार को खरीदने के लिए बनगांव के अरमान मंडल व विलाल मंडल मुंगेर पहुंचे थे। हथियार की आपूर्ति बाजार में नहीं की गयी थी। इसके बाद मुंगेर का जमशेर पश्चिम बंगाल के तस्करों को सुरक्षित स्थान पर ले जा रहा था। इसी दौरान मुंगेर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि 25 हजार की दर से प्रति पेन पिस्टल की उसने खरीदारी की थी। इसे लेकर वह शाम को ट्रेन से वापस कोलकाता चला आता।
कब से हुआ पेन पिस्तौल का चलन
यह एक साइलेंट किलर भी है। यह सेकंड वर्ल्ड वॉर के समय अस्तित्व में आया था जो खुफिया एजेंसी के काम आता था। मुंगेर में इसका मिलना बड़ी बात है पर मुंगेर का बना हुआ यह नहीं है। इसको ऑपरेट करना काफी आसान है। पेन का ढक्कन खोल इसके कारतूस जो साइज में काफी छोटा होता है को डालकर, पुस करने के बाद यह फायर हो जाता है। यह एक घातक हथियार है।
कैसे होता है ऑपरेट: मालूम हो कि मुंगेर जो बिहार ही नहीं देश में हथियारों की मंडी के नाम से जाना जाता है। यहां एके-47 से लेकर छोटे-बड़े हथियार बड़े आराम से मिल जाते हैं पर अब तक पेन पिस्टल यहां नही मिली थी। मुंगेर से पेन पिस्टल का मिलना अपने आप में एक बड़ी बात है। इस मामले में आर्म्स एक्सपर्ट अवधेश कुमार ने बताया कि पेन पिस्टल काफी घातक हथियार है जो ज्यादातर हाई वैल्यू टारगेट को मारने के काम आता है। खासतौर पर इन हथियारों का बिहार से बंगाल आना राज्य की सुरक्षा एजेंसियाें के खान खड़े कर दिए हैं।