सन्मार्ग संवाददाता
हुगली : कोन्नगर स्थित श्री राजराजेश्वरी सेवा मठ में अनन्त श्री विभूषित ब्रह्मलीन ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के श्रीविग्रह की स्थापना उनके निजी सचिव ब्रह्मचारी श्री सुबुद्धानंद की गरिमामयी उपस्थिति में की गई। काशी से आए आचार्य श्री लक्ष्मीकांत दीक्षित ने यज्ञ अनुष्ठान सम्पन्न करवाया। श्रीविग्रह की स्थापना कार्यक्रम में जोड़ासांको के विधायक विवेक गुप्त, महाराज कैवल्यनन्दजी, राज राजेश्वरी सेवा मठ के ब्रह्मचारी सच्चित स्वरूप महाराज, प्रभारी संजय द्विवेदी, श्री राजराजेश्वरी सेवा ट्रस्ट के संयोजक सज्जन सर्राफ, विजय दमानी, अनिल पटोदिया एवं अन्य उपस्थित थे।
राजराजेश्वरी मंदिर में शंकराचार्य के निवास कक्ष का जीर्णोद्धार कर तैयार किया गया भव्य श्रीविग्रह
कोन्नगर स्थित श्री राजराजेश्वरी मंदिर के समीप ही ब्रह्मलीन ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का निवास कक्ष था। कोलकाता दौरे के दौरान महाराजश्री इसी निवास कक्ष में ठहरते थे। शंकराचार्य के आशीर्वचन के लिए सेवा मठ में भक्तों का हुजूम उमड़ता था। निवास कक्ष के बाहर बरामदे में श्रद्धालु उनके उपदेश सुनने के लिए एकत्रित होते थे। पिछले वर्ष जगद्गुरु के ब्रह्मलीन होने के बाद उनके निवास कक्ष का जीर्णोद्धार कर उनके श्रीविग्रह को स्थापित करने के लिए मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया गया। शनिवार को ब्रह्मलीन शंकराचार्य की आदमकद प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रोच्चार कर की गई, जिसके बाद महाराजजी की प्रतिमा के दर्शन हेतु मंदिर के फाटक आम भक्तों के लिए खोल दिये गए। श्रीविग्रह की स्थापना के अवसर पर राजराजेश्वरी सेवा मठ में नगर भण्डारा का आयोजन भी किया गया।
श्रीविग्रह की स्थापना के साथ ही इस दिन मंदिर परिसर में स्फटिक मणिमय विशाल शिवलिंग की भी स्थापना गई। इस अवसर पर सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, पूर्व विधायक प्रवीर घोषाल, लखनऊ हाई कोर्ट की अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री, कलकत्ता हाईकोर्ट के अधिवक्ता अमिताभ शुक्ला, कलकत्ता विश्वविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष राजश्री शुक्ला, इंद्रानी मुखर्जी, डॉ. दीपक कुमार बहरानी, मनमोहन केडिया, लक्ष्मण अग्रवाल, सज्जन अग्रवाल, पार्षद मीना देवी पुरोहित, कोन्नगर नगर पलिका के चेयरमैन सपन दास, वाइस चेयरमैन गौतम दास, पार्षद अंजलि बनर्जी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर सुदीप बंद्योपाध्याय ने श्रद्धेय ब्रह्मचारी श्री सुबुद्धानन्दजी से आशीर्वाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि कोन्नगर वासियों के लिए आज आनंद का दिन है क्योंकि यहां जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के श्रीविग्रह की स्थापना मठ में हुई है। शंकराचार्य की प्रतिमा को देख ऐसा अनुभव हो रहा है कि वह जीवंत हमारे सामने बैठे हैं।
ब्रह्मलीन स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के श्रीविग्रह की हुई स्थापना
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