Egra Blast : पहले वर्दी फाड़ी फिर लाठी लेकर पुलिस को ग्रामीणों ने दौड़ाया

Egra Blast : पहले वर्दी फाड़ी फिर लाठी लेकर पुलिस को ग्रामीणों ने दौड़ाया
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आरोप – हर महीने अवैध कारखाने के मालिक से रुपये लेते थे पुलिस कर्मी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : हर महीने पुलिस यहां से रुपये लेकर जाती थी। एगरा के खादीकुल गांव स्थित अवैध पटाखा कारखाने में भयावह विस्फोट के बाद ऐसा ही गंभीर आरोप गांववालों ने लगाया है। पुलिस से बार-बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी। पुलिस द्वारा कोई कदम नहीं उठाने के कारण मंगलवार को यह मर्मांतिक घटना घटी है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों को घेरकर गांववालों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने पहले पुलिस कर्मियों की वर्दी फाड़ी और फिर लाठी लेकर पुलिस कर्मियों को दौड़ा दिया। आरोप है कि पुलिस कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट भी की गयी। आरोप है कि लाठी लेकर ग्रामीणों को गुस्से से अपनी ओर आते देख कई पुलिस कर्मी इधर-उधर भागने भी लगे। बाद में किसी प्रकार गांव के गणमान्य लोगों ने हस्तक्षेप कर ग्रामीणों को शांत कराया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सत्ताधारी टीएमसी और पुलिस की मदद से ही रिहायशी बहुल इलाके में इस पटाखा कारखाने को खोला गया है। इसके बारे में उनलोगों ने कई बार पुलिस से शिकायत भी की थी, लेकिन उनलोगों की शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। आतिशबाजी के नाम पर इस कारखाने में लंबे अरसे से बम बनाया जा रहा है।
5 किमी. दूर तक सुनायी दी विस्फोट की आवाज
स्थानीय लोगों के अनुसार मंगलवार की दोपहर हुए पटाखा कारखाने में विस्फोट की आवाज 5 किलोमीटर दूर तक सुनायी दी थी। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध पटाखा कारखाने के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई न करे, इसके लिए पुलिस कर्मियों को हर महीने रुपये दिए जाते थे। लोगों का आरोप है कि अगर पुलिस ठीक से काम करती तो इतने लोगों की जान बच सकती थी। जिस पटाखा कारखाने में विस्फोट हुआ उसके बगल में मौजूद दो बड़े तालाबों से लोगों का शव बरामद किया गया। ग्रामीणों के प्रदर्शन के कारण इलाके में भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। लोगों का आरोप है कि इस अवैध कारखाने का मालिक पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। ऐसे में दोबारा वह कैसे अवैध पटाखा कारखाना चला रहा था इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि इससे पहले इस साल 20 मार्च को महेशतल्ला में पटाखा कारखाने में विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गयी थी। उससे पहले 11 अक्टूबर 2022 को पांशकुड़ा में पटाखा कारखाने में विस्फोट होने से 2 लोगों की मौत हुई थी। गत 3 दिसंबर को पूर्व मिदनापुर के भूपतिनगर इलाके में विस्फोट होने से 3 लोगों की मौत हुई थी। 1 दिसंबर 2022 को दक्षिण 24 परगना के नोदाखाली में भयावह विस्फोट में 3 लोगों की मौत हुई थी।

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