सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राशन भ्रष्टाचार में गिरफ्तार होने के बाद ईडी ने मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक व उनके सहयोगियों का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया है। मंत्री के करीबियों के खाते व उनके खाते में कुल 16 करोड़ रुपये फ्रीज किये गये हैं। ज्योतिप्रिय के सहायक अमित दे से भी पूछताछ की गयी। इसके अलावा बकीबुर रहमान के व्हाट्सएप पर आये मैसेज से कई और सनसनी खुलासे हुए हैं। एक चैट से पता चला है कि उसने मंत्री को 68 लाख रुपये दिए हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक यह संदेह है कि ज्योतिप्रिय, उनके रिश्तेदारों और करीबी सहयोगियों के खातों में राशन भ्रष्टाचार का धन आया है, इसीलिए उन खातों को फ्रीज कर दिया गया है। ईडी की टीम को इस मामले में बेनामी खाते और संपत्तियां मिली हैं। ऐसा माना जाता है कि पैसा कई अन्य लोगों के खातों या व्यवसायों का उपयोग करके स्थानांतरित किया गया है।
आरोप है कि ज्योतिप्रिय मल्लिक ने पैसे ट्रांसफर करने के लिए विभिन्न लोगों, सेल कंपनियों का इस्तेमाल किया। राशन भ्रष्टाचार की जांच में दो एजेंट पाए गए हैं। कई लोगों को नौकरी भी दी गयी थी। ज्योतिप्रिय मल्लिक के घर में काम करने वाली महिला को कृषि विभाग में ग्रुप डी में नौकरी मिल गई। अब तक की जांच में जिन 3 कंपनियों का नाम सामने आया है।
उनमें मंत्री के करीबी ही डायरेक्टर थे। आरोप है कि उन तीनों कंपनियों के जरिए पैसे की हेराफेरी की गई। ईडी सूत्रों के मुताबिक ज्योतिप्रिय और उनकी बेटी से उन कंपनियों के बारे में पूछताछ की गयी है। यह पूछा गया कि क्या वे उन कंपनियों के किसी प्रबंधन पद पर हैं। उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। भ्रष्टाचार की जांच के दौरान ईडी ने कई लोगों के मोबाइल फोन भी खंगाले हैं। वहां से कुछ बातचीत के अंश बरामद हुए हैं।