Cyclone Remal : चक्रवात गुजर गया लेकिन जिलों में छोड़ गया गहरा निशान | Sanmarg

Cyclone Remal : चक्रवात गुजर गया लेकिन जिलों में छोड़ गया गहरा निशान

सीएम ने ली स्थिति का जायजा
मुख्यमंत्री ने सुंदरबन और राज्य के अन्य तटीय इलाकों में चक्रवात रेमल के प्रभाव पर गहरी चिंता व्यक्त की और स्थिति का जायजा लिया। ममता ने चक्रवात से हुई तबाही और उसके बाद की स्थिति से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों का आकलन करने के लिए मुख्य सचिव बी पी गोपालिका से बात की। नुकसान के प्रभाव क्षेत्र और स्थिति सामान्य करने के प्रयासों की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के अनुसार मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का फैसला किया है।
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चक्रवात रेमल से जिलों में काफी नुकसान हुआ। बंगाल के 9 जिलों पर अधिक असर पड़ा। चक्रवात गुजर गया लेकिन अपना असर दिखा गया। रविवार की रातभर टांडव के बाद भी सोमवार की सुबह से ही राज्य के विभिन्न जिलों में बारिश हुई। कुछ जगहों पर भारी बारिश तो कुछ जगहों पर मध्यम बारिश के साथ ही हवा भी चली। प्रभावितों की सहायता के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तत्पर हो गयी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेमल से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं। सीएम ने चुनाव के बाद शोक संतप्तों और पीड़ितों को वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया।

नवान्न से रखी जा रही है स्थिति पर नजर : नवान्न से पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। विद्युत, पीडब्ल्यूडी, कृषि, परिवहन सहित विभिन्न विभागों के कंट्रोल रूम से सीधे सम्पर्क किया जा रहा है। नवान्न में सेंट्रलाइज कंट्रोल रूम अलग अलग जिलों से सम्पर्क किया जा रहा है। रविवार से ही यह कार्य किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी अपने अपने स्तर पर जिलाधिकारियों से लगातार सम्पर्क में रहे।

तटीय इलाकों में बुनियादी ढांचे और संपत्ति को व्यापक नुकसान : अधिकारियों ने कहा कि बंगाल के तटीय इलाकों में बुनियादी ढांचे और संपत्ति को व्यापक नुकसान हुआ। क्योंकि चक्रवात रेमल के कारण 135 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चली हैं। चक्रवात ने कोलकात सहित उत्तर व दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, मिदनापुर, मुर्शिदाबाद, बर्दवान समेत नौ जिलों को प्रभावित किया है। रविवार के साथ ही सोमवार को तेज हवा के साथ भारी बारिश हुई। काफी नुकसान हुआ है। किसी के सिर पर पेड़ गिर गया, किसी के सिर पर घर का कंगनी टूट गया, तो कोई करंट लगने से मर गया। इतना ही नहीं, तूफान से होने वाले नुकसान की मात्रा भी बहुत ज्यादा है। चक्रवात रेमल रविवार रात बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तट से टकराया। यह तूफान बांग्लादेश के मोंगला से सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पहुंचा। लैंडफॉल की प्रक्रिया करीब चार घंटे तक चली। चक्रवात से तटीय इलाकों में नुकसान हुआ है।

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